America: डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार की हार, कहा- बिडेन को सत्ता सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए
HIGHLIGHTS
- US Presidential Election 2020: डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा कि सत्ता हस्तांतरण की निगरानी करने वाली अहम फेडरल एजेंसी द जनरल सर्विस ऐडमिनिस्ट्रेशन ( GSA ) को जरूरी कदम उठाने चाहिएं।
- GSA ने जो बिडेन को अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में विजेता के तौर पर स्वीकार कर लिया है।

वाशिंगटन। अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव परिणाम ( US Presidential Election Result 2020 ) को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी हार स्वीकार कर ली है, हालांकि उन्होंने अपना लड़ाई जारी रखने की बात कही है। डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) ने ट्वीट करते हुए कहा कि सत्ता हस्तांतरण की निगरानी करने वाली अहम फेडरल एजेंसी द जनरल सर्विस ऐडमिनिस्ट्रेशन ( GSA ) को जरूरी कदम उठाने चाहिएं।
GSA ने जो बिडेन को अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में विजेता के तौर पर स्वीकार कर लिया है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमरीका की अहम सरकारी संस्था GSA ने जो बिडेन को यह जानकारी दी है कि ट्रंप प्रशासन सत्ता हस्तांतरण के लिए राजी है।
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बता दें कि अमरीका में सत्ता हस्तांतरण की जिम्मेदारी GSA की होती है। यह घटनाक्रम मिशिगन राज्य में जो बिडेन की जीत की आधिकारिक पुष्टि के बाद हुई है। हालांकि ट्रंप के कैंपेन का अब भी कहना है कि वो मिशिगन के चुनावी नतीजों को चुनौती देंगे। यहां पर बिडेन ने ट्रंप को एक लाख 55 हजार वोट के अंतर से हराया है। इधर, जो बिडेन समर्थकों ने सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू होने का स्वागत किया है। जो बिडेन 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। मालूम हो कि अमरीकी इलेक्टोरल कॉलेज 14 दिसंबर को बिडेन की जीत की पुष्टि कर देगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने स्वीकार की हार!
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा है कि सत्ता हस्तांतरण करने की जिम्मेदारी GSA की होती है। उन्होंने GSA से कहा कि वो जो बिडेन को सत्ता सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। ट्रंप ने लिखा कि उन्होंने GSA की ऐडमिनिस्ट्रेटर एमिली मर्फी से कहा है कि उनकी टीम देश हित में शुरुआती औपचारिकताओं के लिए जो हो सकता है करे। ट्रंप प्रशासन द्वारा नियुक्त एमिली ने कहा है कि उनके ऊपर व्हाइट हाउस से टाइमिंग और फैसले को लेकर कोई दबाव नहीं था।
GSA की ओर से बिडेन को एक पत्र भेजा गया है जिसको लेकर एमिली ने कहा 'यह बिल्कुल स्पष्ट है कि मुझे पूरी प्रक्रिया में देरी करने के लिए कोई निर्देश नहीं मिला था। हालांकि मुझे ऑनलाइन धमकियां मिलीं, फोन से और मेल के जरिए मुझे डराया गया। मेरे स्टाफ को भी धमकी मिली। चाहे मुझे जितनी धमकियां सहनी पड़तीं मैं कानून के बाहर नहीं जाती।'
बिडेन की टीम ने एमिली के पत्र का किया स्वागत
GSA की ऐडमिनिस्ट्रेटर एमिली मर्फी की ओर से भेजे गए पत्र का बिडेन टीम ने स्वागत किया है। बिडेन टीम ने पत्र का जवाब देते हुए कहा, 'इस फैसले की जरूरत थी ताकि देश जिन चुनौतियों का सामना कर रहा है उनसे निपटा जा सके। कोरोना महामारी नियंत्रण से बाहर है और अर्थव्यवस्था भी पटरी से नीचे उतर गई है। इस फैसले से सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी'।
बता दें कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से ऐमिली पर ये दबाव था कि जल्द से जल्द सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करें। इधर ट्रंप ने एमिली को शुक्रिया कहा है। मालूम हो कि ट्रंप पर हार स्वीकार करने के लिए अपनी ही रिपब्लिकन पार्टी से दबाव बढ़ता जा रहा था। सोमवार को टेनेसी के सीनेटर लैमर एलेक्जेंडर ने कहा था कि ट्रंप को पहले देश के बारे में सोचना चाहिए और बिडेन को सत्ता सौंपने में मदद करनी चाहिए। वहीं वेस्ट वर्जीनिया की सीनेटर शेली मूरे ने कहा था कि अब 2020 के चुनाव का अंत होना चाहिए।
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