इसके साथ ही बता दें कि सुरेंद्र सिंह के बड़े भाई नरेंद्र बहादुर सिंह की तहरीर पर अमेठी के जामो थाने में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। सुरेंद्र सिंह की हत्या के मामले में कुल चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है। जिसमें कांग्रेस नेता धर्मनाथ और रामचन्द्र (बीडीसी) मुख्य रूप से दोषी पाए गए।
जैसा कि डीजीपी ओपी सिंह का कहना था कि यह केस अगले 12 घंटों में हल कर दिया जाएगा। उसी के आधार पर यह केस बहुत ही जल्दी हल हो जाएगा। इस मामले को लेकर डीजीपी ओपी सिंह अपने वादे के मुताबिक कार्रवाई की और आरोपियों के खिलाफ धारा 302 और 120बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
कांग्रेस का नाम लिए बग़ैर ठहराया दोषी
अंतिम संस्कार के बाद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस का नाम लिए बग़ैर उसे दोषी ठहराया और कहा कि अमेठी आतंकित हो। अमेठी टूटे-अमेठी झुके इसीलिए सुरेंद्र सिंह की हत्या की गई। स्मृति ने आगे कहा कि सन 1977 से लेकर 2019 तक सुरेंद्र प्रताप सिंह हर चुनाव मे एक कर्मठ कार्यकर्ता प्रगतिशील नेता के नाते विकास के मुद्दे पर जनता को समाधान देते हुए अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। आज दुर्भाग्य है से जश्न मनाने के बाद उनकी हत्या हो गई। भारतीय जनता पार्टी का शोकाकुल परिवार सुरेंद्र सिंह की आत्मा को प्रणाम करता है। उनकी आत्मा के साथ भाजपा का 11 करोड़ कार्यकर्ताओं का परिवार खड़ा है।
बेटे ने भी कांग्रेस पर लगाया था आरोप
मृतक सुरेंद्र सिंह के बेटे का कहना था कि स्मृति की जीत के बाद यहां विजय यात्रा निकाली जानी थी। उसने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके पिता की हत्या कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कराई गई है। क्योंकि वह भाजपा की जीत को सह नहीं सकें। बता दें कि वारदात के बाद छापेमारी के दौरान कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। ऐसे में बेटे जो आरोप लगाया था उसी के आधार पर जांच कर आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओँ में मामला दर्ज कर लिया गया है।