-ओडिशा में बैठे-बैठे राज्य के अलग-अलग जिलों में भेज रहा था गांजा, 10 साल से था फरार, 12 मामले हैं दर्ज
Ahmedabad. गुजरात के अलग-अलग जिलों में होने वाली गांजा की अवैध बिक्री के मुख्य सप्लायर को अहमदाबाद शहर क्राइम ब्रांच ने ओडिशा से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। यह ओडिशा में बैठे-बैठे गुजरात के अलग-अलग जिलों में गांजा भेजता था। इसके विरुद्ध राज्य के सूरत, जूनागढ़, राजकोट, अहमदाबाद जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 12 मामले दर्ज हैं। इसे बीते 10 सालों से गुजरात की पुलिस तलाश कर रही थी।
क्राइम ब्रांच के जेसीपी शरद सिंघल ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि पकड़े गए आरोपी का नाम अनिल उर्फ सीताराम उर्फ राजा पान्डी (39) है। ये ओडिशा के गंजम जिले के जगन्नाथपुर छचीना का रहने वाला है। अहमदाबाद शहर में इसके विरुद्ध 2015 में दर्ज एनडीपीएस के मामले में इसे पकड़ा है। यह बीते दस साल से फरार चल रहा था, केवल गुजरात पुलिस ही नहीं बल्कि ओडिशा पुलिस भी इसे 10 सालों से खोज रही थी। इसके विरुद्ध गुजरात में 12 मामले दर्ज हैं। यह राज्यभर में गांजा की अवैध बिक्री करने के लिए गांजा की सप्लाई करने वाला मुख्य आरोपी है। यह ओडिशा में बैठे-बैठे ही इन दिनों गुजरात में गांजा की सप्लाई कर रहा था।
क्राइम ब्रांच के तहत जांच में सामने आया कि यह 2013 में काम के सिलसिले में सूरत आया था। ये कतारगाम फूलपाडा उत्कलनगर झुग्गी में रहा था। वहीं से इसने खुद गांजा की अवैध बिक्री का काम शुरू किया था।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी गरीब श्रमिकों को अपना निशाना बनाता है। उनका ट्रेन का टिकट कराकर उनके जरिए यह गांजा सूरत भेजता है। इसने सूरत के ग्रामीण क्षेत्रों में गोदाम को किराए पर लेकर रखा है। जहां यह गांजा रखता था।
जांच में सामने आया कि आरोपी के पिता वृंदावन पांडी और भाई सुनील पांडी भी गांजा को गुजरात भेजने के मामले में शामिल हैं। पिता और भाई ट्रेन के जरिए गांजा भेजते हैं, जो सूरत के डिंडोली, पांडेसरा, उतराण, उघना, उत्कलनगर, वराछा पहुंचाते हैं। वहां से सूरत ग्रामीण क्षेत्र स्थित गोदाम में ले जाया जाता है। फिर गोदाम से उसे राज्य के अलग अलग जिलों में सप्लाई करता था। इस पर गुजरात में दर्ज 12 मामलों में 1.90 करोड़ का गांजा जब्त हुआ है। इसके भाई सुनील के विरुद्ध भी गुजरात के सूरत शहर में चार मामले दर्ज हैं। सुनील 2021 में पकड़ा जा चुका है।
गुजरात पुलिस ने ओडिशा एसटीएफ की मदद से इस पर 2021 में 990 किलो गांजा का केस किया। ये गांजा अनिल ने सप्लाई किया था। इस मामले में ओडिशा में इसके पिता के नाम पर खरीदी गईं सवा दो करोड़ की चल-अचल संपत्ति को ओडिशा पुलिस ने सीज कर लिया है।