भिवाड़ी की सुशीला और वीरेंद्र दायमा की यह कहानी सही मायने में पति—पत्नी के रिश्ते को अच्छे से रेखांकित करती है। सुशील व वीरेन्द्र की शादी वर्ष 2014 में हुई। कुछ समय बाद वीरेन्द्र के एक हादसे में घायल हो गए। वीरेन्द्र की कमर से नीचे के पूरे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया। उस समय पत्नी […]
भिवाड़ी की सुशीला और वीरेंद्र दायमा की यह कहानी सही मायने में पति—पत्नी के रिश्ते को अच्छे से रेखांकित करती है। सुशील व वीरेन्द्र की शादी वर्ष 2014 में हुई। कुछ समय बाद वीरेन्द्र के एक हादसे में घायल हो गए। वीरेन्द्र की कमर से नीचे के पूरे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया। उस समय पत्नी सुशीला ने अपने पति वीरेन्द्र को संभाला और आज तक उनकी देखभाल कर रहीं है। ये दंपती सोशल मीडिया पर भी छाए रहते हैं। सोशल मीडिया पर इनके लाखों फॉलोअर्स हैं। वीरेंद्र नेशनल पैरा ओलंपिक खिलाड़ी भी हैं।
बच्चों और परिवार का रखा ख्याल : वीरेन्द्र व सुशीला के दो बच्चे हैं। जब हादसा हुआ, तब दोनों ही बच्चे छोटे थे। ऐसे में पति और दो बच्चों को पूरी जिमेदारी के साथ संभालना, इनकी हर जरूरत का याल रखना किसी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन सुशीला ने पत्नी धर्म का पालन किया। वे आज भी हंसते हुए अपने परिवार की हर जिमेदारी को पूरा कर रही हैं। इनका कहना है कि जीवन में हादसे आते जाते रहते हैं लेकिन एक दूसरे का साथ सदैव बना रहना चाहिए।