हाईकोर्ट ने 15 अप्रेल से पहले निकाय व पंचायत चुनाव कराने के आदेश प्रदेश सरकार को दिए हैं। यदि चुनाव मार्च व अप्रेल में हुए, तो यह भाजपा के लिए संकट खड़ा कर सकता है।
हाईकोर्ट ने 15 अप्रेल से पहले निकाय व पंचायत चुनाव कराने के आदेश प्रदेश सरकार को दिए हैं। यदि चुनाव मार्च व अप्रेल में हुए, तो यह भाजपा के लिए संकट खड़ा कर सकता है। क्योंकि अलवर में पानी संकट है। जनता मार्च के पहले सप्ताह से ही सड़कों पर आने लगती है। हालांकि पानी की आपूर्ति सुधार के लिए भाजपा के नेता आए-दिन बैठकें कर रहे हैं और कुछ सुधार हुआ है। साथ ही कुछ बोरिंग और करने की तैयारी चल रही है।
भाजपा के एक सीनियर लीडर का कहना है कि हाईकोर्ट ने 15 अप्रेल से पहले चुनाव कराने के लिए कहा है। 4 फरवरी तक एसआइआर ही चलेगा। उसके बाद चुनाव आयोग को भी एक माह चुनाव की तैयारी के लिए चाहिए। तब तक 5 मार्च आ जाएगा। मार्च के प्रथम सप्ताह में ही पानी संकट खड़ा होता है।
अलवर के तमाम मोहल्लों में दिक्कतें हैं। ऐसे में मार्च-अप्रेल का चुनाव सिरदर्द बन सकता है। हालांकि पानी सप्लाई में एक साल में काफी सुधार किया गया है। वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस के नेता हाईकोर्ट के आदेश से काफी खुश हैं, क्योंकि एक तो वह चुनाव कराने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे थे और दूसरा मार्च-अप्रेल में चुनाव कराना पड़ा, तो उन्हें शहर में यह पानी का मुद्दा मिल जाएगा। ऐसे में वह अपनी कुर्सी इस मुद्दे के जरिए पक्की मान रहे हैं।