अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर कांग्रेस की ओर से अलवर में शुरू किए गए ‘अरावली बचाओ अभियान’ के तहत शनिवार को को कटी घाटी में जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला।
अरावली पर्वतमाला के संरक्षण को लेकर कांग्रेस की ओर से अलवर में शुरू किए गए ‘अरावली बचाओ अभियान’ के तहत शनिवार को को कटी घाटी में जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। अभियान के अंतर्गत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता कटी घाटी पहुंचे और अरावली की पहाड़ियों पर चढ़कर हाथों में ‘अरावली बचाओ’ लिखे झंडों के साथ विरोध दर्ज कराया।
अभियान में युवाओं की भागीदारी विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र रही। कई युवा कार्यकर्ता सिर मुंडवाकर पहुंचे और अपने सिर पर ‘अरावली बचाओ’ लिखवाकर विरोध जताया। यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन अरावली को बचाने के संकल्प के रूप में देखा गया, जिसने आंदोलन को और अधिक धार दी।
कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, एआईसीसी महासचिव जितेंद्र सिंह तथा राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नेताओं की उपस्थिति से कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह नजर आया और बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम स्थल पर जुटे। वक्ताओं ने अरावली में हो रहे अवैध खनन और पर्यावरण को हो रहे नुकसान पर चिंता जताई।
कार्यक्रम स्थल पर मीणा संस्कृति की झलक भी देखने को मिली। मीनावटी लोकगीतों की प्रस्तुति हुई, वहीं डीजे की धुनों पर युवा कार्यकर्ताओं ने नृत्य कर माहौल को उत्सवमय बना दिया। पारंपरिक सांस्कृतिक रंगों और राजनीतिक संदेश के इस संगम ने अभियान को अलग पहचान दी।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि अरावली को मिटाने की साजिश रची जा रही है। बड़े लोग विदेश चले जाएंगे, लेकिन नुकसान स्थानीय लोगों को उठाना पड़ेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी कीमत पर अरावली को बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा और यह संघर्ष जारी रहेगा।