राजगढ़ में केंद्रीय विद्यालय को कस्बे में ही खोले जाने तथा रैणी क्षेत्र के दलालपुरा में किए गए आवंटन को निरस्त करने की मांग को लेकर राजगढ़ आवाज मंच के बैनर तले आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है।
राजगढ़ में केंद्रीय विद्यालय को कस्बे में ही खोले जाने तथा रैणी क्षेत्र के दलालपुरा में किए गए आवंटन को निरस्त करने की मांग को लेकर राजगढ़ आवाज मंच के बैनर तले आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। आंदोलन के आठवें दिन भी राजगढ़ कस्बे का संपूर्ण बाजार बंद रहा।
आवाज मंच के संयोजक मुकेश जैमन गत शनिवार से कस्बे के गोल सर्किल पर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। उनके साथ दूसरे दिन दिनेश प्रधान व श्रीराम सैनी आमरण अनशन पर हैं, जबकि बुधवार से रवि नरुका व निरंजन लाल सैनी भी आमरण अनशन में शामिल हो गए हैं। इस तरह कुल पांच आंदोलनकारी आमरण अनशन पर हैं। वहीं, लोकेश उपाध्याय, तपन सिंह, एडवोकेट अभिमन्यु तिवाड़ी, रामौतार मीना, अमरसिंह वर्मा, अरुण भारती, दिनेश वैध, छोटेलाल सैनी, भगवान सहाय सैनी व गोकुल सैनी 24-24 घंटे के क्रमिक अनशन पर बैठे हैं।
अनशन स्थल पर प्रतिदिन सुबह से ही व्यापारी, सामाजिक संगठनों एवं आमजन का समर्थन जुटने लगा है। आमरण अनशन पर बैठे दिनेश प्रधान ने बताया कि वर्ष 2021 में राजगढ़ के लिए केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत हुआ था, जिसे उपखंड क्षेत्र के गोविंदपुरा में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन राजनीतिक दुर्भावनाओं के चलते इसे दलालपुरा स्थानांतरित कर दिया गया।
लोगों ने कहा कि दो माह से चल रहे आंदोलन और आठ दिनों से बाजार बंद रहने के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे आमजन में रोष बढ़ता जा रहा है।