अलवर. राजर्षि अभय समाज की ओर से शुक्रवार की शाम को होपसर्कस पर राम-भरत मिलाप का आयोजन किया गया। जिसमें राम, लक्ष्मण, माता जानकी व हनुमान जी सहित दोनों भाइयों का भरत, शत्रुघ्न, गुरु वशिष्ठ एवं प्रजावासियों के साथ मधुर मिलन हुआ। राम, लक्ष्मण, माता जानकी, हनुमानजी, जामवंत, लंका पति विभीषण की सवारी कंपनी बाग से […]
अलवर. राजर्षि अभय समाज की ओर से शुक्रवार की शाम को होपसर्कस पर राम-भरत मिलाप का आयोजन किया गया। जिसमें राम, लक्ष्मण, माता जानकी व हनुमान जी सहित दोनों भाइयों का भरत, शत्रुघ्न, गुरु वशिष्ठ एवं प्रजावासियों के साथ मधुर मिलन हुआ।
राम, लक्ष्मण, माता जानकी, हनुमानजी, जामवंत, लंका पति विभीषण की सवारी कंपनी बाग से रवाना होकर होपसर्कस पर पहुंची। दूसरी तरफ से भरत छोटे भाई शत्रुघ्न, गुरु वशिष्ठ सहित प्रजावासियों के साथ जगन्नाथ मंदिर से रवाना होकर होपसर्कस पहुंचे। दोनों भाईयों ने जैसे ही एक दूसरे को देखा तो दौड़कर भरत राम के पास पहुंचे और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लिया। राम ने भाई को उठाकर सीने से लगा लिया। भरत के आंखों से आंसू बहने लगे। यह दृश्य देखकर दर्शक भी अधीर हो गए और आंखें नम हो गई। चारों तरफ से पुष्प वर्षा हुई। इसके बाद भगवान राम व भरत की सवारी राजर्षि अभय समाज के रंगमंच पर पहुंची। यहां पर माताओं ने उनका स्वागत किया और राम का राज्याभिषेक हुआ। इस दौरान रामलीला के कलाकार, संस्था के पदाधिकारी आदि मौजूद रहे।
हनुमानजी ने दी भरत को राम आगमन की सूचना: इससे पहले दिखाया गया कि भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास पूरा होने की सूचना लेकर हनुमानजी भरत के पास पहुंचे। श्रीराम के आने की सूचना मिलते ही भरत उनके स्वागत के लिए तुरंत रवाना हो जाते हैं। इससे पूर्व होपसर्कस पर बनाए गए मंच पर संस्था के गायक कलाकारों की ओर से भक्तिमय भजनों की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिमय बना दिया।
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