लक्ष्मणगढ़ के रायपुर अहीर गांव की बेटी राशि यादव ने आत्मविश्वास और हौसले के दम पर न केवल गायकी बल्कि मॉडलिंग और फिल्मी दुनिया में भी नाम कमाया है। हालांकि इसके लिए राशि को काफी संघर्ष करना पड़ा। आज राशि यादव जाना-पहचाना नाम है। राशि को बचपन से ही भजन गायकी का शौक है। जब […]
लक्ष्मणगढ़ के रायपुर अहीर गांव की बेटी राशि यादव ने आत्मविश्वास और हौसले के दम पर न केवल गायकी बल्कि मॉडलिंग और फिल्मी दुनिया में भी नाम कमाया है। हालांकि इसके लिए राशि को काफी संघर्ष करना पड़ा। आज राशि यादव जाना-पहचाना नाम है। राशि को बचपन से ही भजन गायकी का शौक है। जब वह मात्र 7 साल की थी, तो गांव में होने वाले धार्मिक आयोजनों में जाया करती थी। राशि ने बचपन में यह सोच लिया था कि इस शौक को कॅरियर बनाना है, लेकिन गांव के माहौल में गाना, बजाना, नाचना कम पसंद किया जाता है। गांव वालों से लेकर परिवार व रिश्तेदारों ने भी बहुत बातें बनाई, लेकिन राशि ने हिम्मत नहीं हारी और लीक से हटकर काम करने की ठानी और आखिर में अपना मुकाम हासिल करके ही दम लिया।
माता-पिता ने दिया साथ: राशि कहती हैं कि जब पूरा गांव और रिश्तेदार मेरे खिलाफ हो गए, तब मेरे माता-पिता ने मेरा साथ दिया। रात को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मैं माता-पिता के साथ जाने लगी। धीरे-धीरे मेरी पहचान बनी और मुझे अलवर जिले में ही नहीं देशभर के श्याम जागरणों में बुलाया जाने लगा।
साइको थ्रिलर फिल्म में लीड रोल किया: एक दिन जब राशि मुंबई में श्याम जागरण में प्रस्तुति दे रही थी, तो अगले दिन सुबह उनके पास फोन आया कि एक फिल्म में अभिनय करना है। यह फिल्म थी ए टेलर मर्डर, जो जोधपुर में हुए कन्हैया टेलर की हत्या पर आधारित है। राशि के लिए यह सब एक सपने जैसा था। उसे लगा कि बाबा श्याम ने उसे राह दिखाई और यह सोचकर ऑफर स्वीकार किया। इस फिल्म की शूटिंग खाटूश्यामजी में ही हुई। इसमें राशि ने पुलिसकर्मी की भूमिका निभाई। हालांकि यह फिल्म किन्हीं कारणों से रिलीज नहीं हो पाई। इसके बाद एक साइको थ्रिलर फिल्म में भी राशि ने लीड रोल किया। मुंबई आने के बाद मॉडलिंग की शुरुआत हो चुकी थी।
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