water tank ki disha: कई बार किसी घर में कदम रखते ही व्यक्ति का भाग्य खुल जाता है, उसके जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है तो कई बार कुछ घर व्यक्ति की बर्बादी का रास्ता बन जाते हैं। इसका कारण वास्तु दोष होता है। इसलिए रेंट पर मकान लेने जा रहे हैं तो देख लें इसमें कोई वास्तु दोष तो नहीं, विशेष रूप से पानी की दिशा क्या है, वाटर टैंक किस दिशा में है (pani ki disha vastu ) ...
water tank ki disha in home: अपना घर हर व्यक्ति का सपना होता है, लेकिन जब तक अपना घर न बने व्यक्ति की कोशिश होती है ऐसे घर में रहे जहां सुख शांति आए और समृद्धि का रास्ता खुले, लेकिन सपनों का घर बनवाने या खरीदने, या रेंट पर लेने में वस्तुओं के रखने में वास्तु नियमों की अनदेखी बीमारी, आर्थिक परेशानी और दुर्घटना को न्योता दे सकती है, जबकि घर के वास्तु नियमों का ध्यान जीवन में सुख, शांति और समृद्धि ला सकती है। आइये जानते हैं वॉशिंग मशीन रखने की सही दिशा क्या होती है (wash basin direction as per vastu in hindi) ..
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि घर में समय-समय पर आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है या घर में रहने वाले सदस्य बार-बार बीमार पड़ रहे हैं तो आपके घर में वास्तु दोष हो सकता है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार पानी, वायु, आकाश और पृथ्वी तत्वों की अलग-अलग दिशा होती है। घर में इन तत्वों से जुड़ी चीजें इनकी दिशाओं में ही रखनी चाहिए वर्ना वास्तु दोष उत्पन्न होता है। घर वालों को परेशानियां घेर लेती हैं (shower direction as per vastu)।
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वास्तु शास्त्र में ऐसे कई नियमों के बारे में बताया गया है, जिसको ध्यान में रखकर घर के वास्तु दोष को कम किया जा सकता है, किसी परेशानी से बचा जा सकता है। साथ ही किसी बीमारी से बचा जा सकता है। आइये जानते हैं वो वास्तु नियम …
water tank direction: वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण और पश्चिम दिशा के बीच पानी से संबंधित चीजें जैसे नल या कुआं नहीं होना चाहिए। इसके अलावा इस दिशा में वॉश बेसिन या वॉशिंग मशीन रखने से बचना चाहिए। वर्ना घर में नकारात्मकता बढ़ती है, धन हानि होती है और घर वाले बीमारी से ग्रस्त रहते हैं। घर में रहने वाले लोगों की परेशानियां बढ़ती हैं। घर वालों पर कर्ज बढ़ता है, घर वालों में मानसकि बीमारी बढ़ती है। इसके अलावा दक्षिण दिशा में पानी की टंकी या भूमिगत टैंक नहीं रखना चाहिए। इससे परिवार में अशांति और धन हानि होती है।
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वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा पानी का टैंक रखने के लिए शुभ होती है। इस दिशा में पानी होने से धन लाभ होता है। ऐसे घर में उन्नति और समृद्धि आती है। वहीं उत्तर दिशा में पानी का टैंक या पीने का पानी रखा जाए तो ऐसे घर में शांति और सुख बढ़ता है। ज्योतिषियों की मानें तो पूर्व, उत्तर और ईशान कोण में पानी रखना शुभ होता है।
वास्तु शास्त्र में दक्षिण पूर्व दिशा को भी पानी का टैंक रखने के लिए सही नहीं माना जाता है, क्योंकि यह अग्नि की दिशा है। आग और पानी का मेल गंभीर वास्तु दोष उत्पन्न करता है।
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(नोट-इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं, www.patrika.com इसका दावा नहीं करता। इसको अपनाने से पहले और विस्तृत जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)