वन विभाग ने बनाया प्रकरण, पंचायत करवा रही मुनादी मूवमेंट क्षेत्र मवेशियों के साथ न जाने की अपील पटाखों की आवाज कर बाघ को खदेडऩे किए जा रहे प्रयास
ब्लॉक मुख्यालय से 2 किमी दूर मोहगांव पंचायत के ग्राम बरघाट में 29 नवंबर की तडक़े प्रात: बाघ के हमले की घटना सामने आई है। लालबर्रा निवासी किसान मकबूल उर्फ सोनू अहमद ने बताया कि उसके खेत पर बने कोठे के सामने बंधी गाय को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। सुबह जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
बताया गया कि बाघ ने सीधे गाय पर हमला कर शिकार कर लिया गया। सुबह करीब 10.30 बजे किसान मकबूल को दूरभाष पर गाय के मृत होने की सूचना मिली। किसान जब मौके पर पहुंचा तो गाय उनके कोठे से कुछ दूरी पर मृत पड़ी थी। शरीर पर गहरे दांतों के निशान व घसीटने के चिन्ह मौजूद है। सूचना के के एक घंटे बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल पहुंची। टीम में उपवन क्षेत्रपाल पुरुषोत्तम सोनवंशी, भूपेश सिरसाम, शैलेश, दुर्गेश पंचेश्वर, उत्सव राहंगडाले, जगदीश अंबिलकर, ज्ञानसिंह धुर्वे शामिल रहे। निरीक्षण में वन अधिकारियों ने पाया कि बाघ ने पहले गाय की गर्दन पर हमला किया। करीब 15 फीट तक घसीटने के निशान मिले हंै। उपवन क्षेत्रपाल सोनवंशी ने बताया कि गाय का शिकार बाघ ने ही किया है। घसीटने के तरीके और दांतों के निशान उसके हमले की पुष्टि करते हैं। जानकारी लगने के तुरंत बाद थाना प्रभारी सुनील चतुर्वेदी स्वयं स्टाफ सहित मौके पर पहुंचे। सुरक्षा के लिहाज से पंचायत गांव में मुनादी करवा रही है। वन कर्मचारी पटाखों की आवाज कर बाघ को गांव से दूर खदेडऩे प्रयास कर रहे हैं।
बताया गया कि मवमेंट वाला क्षेत्र सिवनी पेंच और कान्हा पार्क के जंगलों से जुड़ा हुआ है। इस कारण इस क्षेत्र में बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों का मूवमेंट बना रहता है। हालाकि पहली बार बरघाट क्षेत्र रहवासी इलाकों के पास बाघ के पहुंचकर शिकार की घटना हुई है। इस कारण आस पास के करीब आधा दर्जन से अधिक गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।
मौके पर पहुंचकर प्रकरण तैयार किया गया है। मुनादी करवाकर ग्रामीणों को सावधानी बरतने और पटाखों की आवाज कर बाघ को दूर खदेडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। जरूरत पडऩे पर कैमरे व पिंजरा लगाने प्रयास भी किए जाएंगे।
पुरुषोत्तम सोनवंशी, उपवन क्षेत्रपाल