सभी एम्बुलेंस ई-संजीविनी टेलीमेडिसिन सेवा से जुड़ी होंगी, जिससे चिकित्सक इएमटी को इलाज के निर्देश दे सकेंगे। विभाग का कमांड कंट्रोल सेंटर 112 विशेष सॉफ्टवेयर से सुसज्जित होगा, जो एम्बुलेंस और अस्पतालों का ट्रैक रखेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग फरवरी तक राज्य Karnataka की 108 एम्बुलेंस सेवाओं का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में लेगा। चामराजनगर में पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है और अब राज्यभर में इसे लागू किया जाएगा। सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए परीक्षा के आधार पर इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन (इएमटी) की भर्ती होगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडूराव ने बताया कि देश में पहली बार इस तरह की पहल की जा रही है। यह पहल इएमटी EMT की क्षमता जांचने और आपातकालीन सेवाओं में सुधार के लिए की जा रही है। विभाग 175 नई एम्बुलेंस Ambulance खरीदेगा, जिनमें मोबाइल डेटा टर्मिनल लगे होंगे ताकि मरीजों और अस्पतालों का लोकेशन तुरंत पता चल सके।
सभी एम्बुलेंस ई-संजीविनी टेलीमेडिसिन सेवा से जुड़ी होंगी, जिससे चिकित्सक इएमटी को इलाज के निर्देश दे सकेंगे। विभाग का कमांड कंट्रोल सेंटर 112 विशेष सॉफ्टवेयर से सुसज्जित होगा, जो एम्बुलेंस और अस्पतालों का ट्रैक रखेगा। विभाग हर जिले में अलग-अलग एजेंसियों के माध्यम से एम्बुलेंस चालकों की भर्ती करेगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
आपात प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्थान के उपनिदेशक डॉ. प्रभुदेव गौड़ा ने बताया कि वर्ष 2018 में खरीदी गई एम्बुलेंसों में सबसे अधिक खराबी आती है, इसलिए नई एम्बुलेंस लाई जा रही हैं ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके।