बैठक में सर्पदंश के मामलों पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि मैसूरु डिवीजन में 4,089 सर्पदंश के मामले सामने आए, जिनमें 23 मौतें हुईं। मंत्री ने लोगों से स्थानीय उपायों पर भरोसा न करके तुरंत चिकित्सीय सहायता लेने की अपील की और कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास एंटी-रेबीज और एंटी-स्नेक वेनम का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडूराव ने सोमवार को मैसूरु डिवीजन के अधिकारियों की प्रगति समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या Female foeticide रोकने और जागरूकता बढ़ाने के लिए अधिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या के नकारात्मक सामाजिक प्रभावों को जागरूकता अभियानों में विशेष रूप से उजागर किया जाना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक जिले को अप्रेल से अक्टूबर के बीच जन्मे लड़कों और लड़कियों के आंकड़ों का विश्लेषण करना चाहिए और उन क्षेत्रों में सूचना, शिक्षा और संचार कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जहां लड़कियों की संख्या कम हो।शिशु मृत्यु दर (आइएमआर) को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि इसे शून्य तक लाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की करीबी निगरानी की जानी चाहिए और मातृ मृत्यु दर को भी शून्य तक लाना आवश्यक है। मैसूरु डिवीजन के आठ जिलों में अप्रेल से अक्टूबर के बीच शिशु मृत्यु के 914 मामले सामने आए। कोडुगू जिले में यह दर सर्वाधिक रही।
बैठक में सर्पदंश के मामलों पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि मैसूरु डिवीजन में 4,089 सर्पदंश के मामले सामने आए, जिनमें 23 मौतें हुईं। मंत्री ने लोगों से स्थानीय उपायों पर भरोसा न करके तुरंत चिकित्सीय सहायता लेने की अपील की और कहा कि स्वास्थ्य विभाग के पास एंटी-रेबीज और एंटी-स्नेक वेनम का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। बैठक में कैंसर, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों की जांच को तेज करने और कार्यशालाएं आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए।मंत्री ने बताया कि मैसूरु, दक्षिण कन्नड़, हासन और उडुपी जिलों के अस्पतालों में डे-केयर कीमोथेरेपी उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक 143 लोग लाभान्वित हुए हैं। डॉ. पुनीत राजकुमार हृदय ज्योति योजना के तहत 1,646 गंभीर हृदय मरीजों का इलाज किया गया। अधिकारियों को योजना की प्रभावशीलता आंकने के लिए मृत्यु और जीवित बचने वालों का विवरण देने को कहा गया है।
बैठक में एमएलसी मंजे गौड़ा, स्वास्थ्य आयुक्त शिवकुमार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक वसंत कुमार, मैसूरु जिला पंचायत सीइओ युकेश कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।