एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को खुलासा करते हुए बताया कि घटना 8 दिसंबर की शाम की है। कलेक्शन एजेंट लालाराम और उनका साथी सुनील जैसे ही सृजन स्कूल से आगे बढ़े, वैसे ही बदमाशों की दो मोटरसाइकिलें पीछे से शेर की तरह झपट पड़ीं।
बरेली। फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में कलेक्शन एजेंटों से हुई लूट का पुलिस ने धमाकेदार खुलासा कर दिया है। वारदात को अंजाम देने वाली आठ सदस्यीय लूट गैंग में से चार लुटेरे पुलिस के हत्थे चढ़ गए, जबकि चार अभी भी फरार हैं। गिरफ्तार बदमाशों से पुलिस ने लूटी गई 80 हजार रुपये नकदी, सैमसंग टैबलेट, देसी तमंचा, दो कारतूस और वारदात में इस्तेमाल हुई मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है।
एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने शुक्रवार को खुलासा करते हुए बताया कि घटना 8 दिसंबर की शाम की है। कलेक्शन एजेंट लालाराम और उनका साथी सुनील जैसे ही सृजन स्कूल से आगे बढ़े, वैसे ही बदमाशों की दो मोटरसाइकिलें पीछे से शेर की तरह झपट पड़ीं। बदमाशों ने एजेंटों की बाइक पर रखे बैग पर छापा मारकर 1.20 लाख रुपये, मोबाइल और टैबलेट लूट लिया। धक्का लगते ही दोनों एजेंट सड़क पर जा गिरे और बदमाश फरार हो गए।
गुरुवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रहपुरा अंडरपास के पास खाली मैदान में चार संदिग्ध बदमाश किसी वारदात की फिराक में हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर अंकित, रन सिंह, गोविंद उर्फ जहरीला और मोनू को मौके से उठा लिया। झाड़ियों में छिपे इन बदमाशों के पास से लूटा हुआ टैबलेट, 80 हजार रुपये और तमंचा भी मिला। पकड़े जाने पर सभी ने थाने में उगल दिया कि लूट हमने ही की थी, इतना ही नहीं, वे फिर से वारदात करने की तैयारी में थे।
पूछताछ में सामने आया कि यह लूट एक सुनियोजित प्लान था। उवैस और सुमित ने एजेंटों की रैकी की थी। अजय व भूपेंद्र बाइक पर आगे थे। बाकी पीछे से हमला करने आए। लूट के बाद अजय ने रकम का बंटवारा कियाअंकित 18, रन सिंह 15, गोविंद 12, उवैस 20, मोनू 5 और भूपेंद्र 7 हजार रुपये मिले थे।बाकी रकम, मोबाइल अपने पास रखकर अजय भाग गया। यह सब बताते हुए आरोपी बेशर्मी से हंसते रहे कि तमंचा इसलिए रखते हैं ताकि जरूरत पड़े तो किसी को भी ठोक दें।
अजय गंगवार निवासी भोलापुर
भूपेंद्र गुर्जर निवासी रफियाबाद
सुमित निवासी रहपुरा जागीर
उवैस निवासी रहपुरा जागीर
यह वही चार नाम हैं जिन पर अब पुलिस का शिकंजा कसने वाला है।
प्रभारी निरीक्षक अभिषेक कुमार की टीम में उपनिरीक्षक पंकज कुमार, योगेश कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों ने जाल बिछाकर चारों बदमाशों को धर दबोचा। लूट की वारदातें बढ़ाने की फिराक में बैठी यह गैंग अगर आज पकड़ में न आती, तो इलाके में एक और बड़ी वारदात तय थी।