लखीमपुर खीरी के झसिया गोपालापुर की तीन तलाक पीड़िता नूरजहाँ ने वह कदम उठा लिया जिसकी कल्पना शायद उसके परिवार ने कभी नहीं की थी, हिंदू धर्म अपनाकर अपने प्रेमी धर्मपाल से शादी कर ली और अपना नाम पूनम देवी रख लिया है।
बरेली। लखीमपुर खीरी के झसिया गोपालापुर की तीन तलाक पीड़िता नूरजहाँ ने वह कदम उठा लिया जिसकी कल्पना शायद उसके परिवार ने कभी नहीं की थी, हिंदू धर्म अपनाकर अपने प्रेमी धर्मपाल से शादी कर ली और अपना नाम पूनम देवी रख लिया है। परिवार के विरोध, सामाजिक दबाव और लगातार उठते सवालों के बीच युवती ने बेझिझक अपने फैसले को दुनिया के सामने रखते हुए साफ कह दिया कि यह उसकी पूरी तरह निजी और स्वतंत्र इच्छा है।
नूरजहाँ छह भाई-बहनों में सबसे छोटी है। आठवीं तक पढ़ाई करने के बाद वह काम की तलाश में दिल्ली पहुँची, जहाँ मुंडेरा इलाके की एक खिलौना फैक्ट्री में उसकी नौकरी लगी। यहीं उसकी मुलाकात धर्मपाल से हुई, जो उसी प्लॉट में रहता था। धीरे-धीरे दोनों के बीच नज़दीकियाँ बढ़ीं और रिश्ते ने गंभीर रूप ले लिया। नूरजहाँ की आवाज में दर्द साफ झलकता है जब वह कहती है इस्लाम में कई बातें मुझे ठीक नहीं लगती थीं। हिजाब पहनने से लेकर हलाला की प्रथा तक, मुझे यह सब स्वीकार नहीं था।
युवती ने बताया कि वह पिछले पाँच वर्षों से हिंदू धर्म में विश्वास रखती है और भगवान राम को मानती है। वह नियमित रूप से मंदिर जाती रही है। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। नूरजहाँ का आरोप है कि उसके परिवार वाले लगातार उसे परेशान करते रहे और उसके फैसलों पर सवाल उठाते रहे। घर वाले डाँटते थे, दबाव डालते थे, लेकिन अब मैं अपनी ज़िंदगी अपने तरीके से जीना चाहती हूँ।
धर्मपाल के साथ बीते 7–8 महीनों से रह रही नूरजहाँ साफ कहती है हाँ, मैं उससे शादी करना चाहती हूँ। यह मेरा अपना फैसला है और इस पर किसी का दबाव नहीं। परिवार समाज को दोष दे रहा है, समाज परिवार को, लेकिन नूरजहाँ अपने फैसले पर अडिग है। नूरजहाँ के इस फैसले ने उसके परिवार को हिला दिया है।