शहर में कोडीन माफिया की जड़ें उखाड़ने के लिए औषधि विभाग ने ऐसा हल्ला बोल किया कि अवैध कारोबारियों में खौफ छा गया। नैनीताल रोड स्थित एसबी मार्केट में चल रहे मेसर्स एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन पर विभाग ने सबसे बड़ा शिकंजा कसते हुए उसका थोक दवा बिक्री लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया।
बरेली। शहर में कोडीन माफिया की जड़ें उखाड़ने के लिए औषधि विभाग ने ऐसा हल्ला बोल किया कि अवैध कारोबारियों में खौफ छा गया। नैनीताल रोड स्थित एसबी मार्केट में चल रहे मेसर्स एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन पर विभाग ने सबसे बड़ा शिकंजा कसते हुए उसका थोक दवा बिक्री लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। यही नहीं, फर्म के संचालक रोहित सभरवाल के खिलाफ औषधि निरीक्षक राजेश कुमार ने कोतवाली में एफआईआर भी दर्ज कराई है।
निरीक्षण टीम जब एक्सट्रीम हेल्थ सोल्यूशन पहुंची तो रिकॉर्ड देख अधिकारियों के होश उड़ गए। फर्म के कंप्यूटर में दर्ज था कि 1 अप्रैल से 31 अक्टूबर 2025 के बीच 62,687 बोतल Rexley-T कफ सिरप खरीदी गई, कुल कीमत करीब 96.67 लाख रुपये। लेकिन असली बिल मांगे गए तो व्यापारी सिर्फ 6 हजार बोतलों के कागज दिखा पाया। बाकी 56,687 बोतलें जैसे हवा में उड़ गईं। न बिक्री का हिसाब न स्टॉक का। व्यापारी ने दावा किया कि उसने माल सूर्या मेडिकल स्टोर, पीलीभीत को बेचा है, लेकिन एक भी बिक्री बिल नहीं दिखा सका। विभाग ने दो दिन का नोटिस दिया था, पर अंतिम तारीख 3 दिसंबर तक भी कोई दस्तावेज जमा नहीं किए गए। इससे शक और गहरा गया कि पूरी खेप नशेड़ियों के नेटवर्क में खपाई गई है। निरीक्षण के वक्त रोहित सभरवाल खुद दुकान पर मौजूद मिले, लेकिन स्टॉक और बिक्री के सवाल पर सिर्फ गोलमोल जवाब देते रहे।
औषधि विभाग की कार्रवाई की भनक मिलते ही अवैध कारोबारियों में भगदड़ मच गई। कैंट क्षेत्र के नकटिया नदी किनारे ब्रह्मपुत्र ब्लॉक में कफ सिरप के कार्टन पड़े मिलने से साफ है कि कई व्यापारी डर के मारे माल ठिकाने लगाने में जुट गए। कार्रवाई की आहट जैसे ही शहर में पहुंची, वैसे ही कोडीन सिरप बेचने वालों ने रातों-रात कार्टन उठाकर कूड़े और सुनसान इलाकों में फेंकने शुरू कर दिए, ताकि छापेमारी में पकड़े न जाएं। कुल मिलाकर बरेली में कोडीन माफिया पर अब तक का सबसे बड़ा वार, और औषधि विभाग की यह कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है।