सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के नाम पर भले दावे बड़े-बड़े हों, लेकिन हकीकत यह है कि लोगों को अपने ही काम के लिए अफसरों की जेब गरम करनी पड़ती है। मगर शुक्रवार का दिन बाढ़ खंड कार्यालय में तैनात एक अधिकारी के लिए काला साबित हुआ।
बरेली। सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के नाम पर भले दावे बड़े-बड़े हों, लेकिन हकीकत यह है कि लोगों को अपने ही काम के लिए अफसरों की जेब गरम करनी पड़ती है। मगर शुक्रवार का दिन बाढ़ खंड कार्यालय में तैनात एक अधिकारी के लिए काला साबित हुआ। सींच पर्यवेक्षक ऋषि कुमार सिंह को एंटी करप्शन की की टीम ने 10 हजार रुपये की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मामला मीरगंज क्षेत्र का है। फैंडस अपार्टमेंट निवासी दिलीप अग्रवाल ने एंटी करप्शन से शिकायत की थी कि उसकी पुत्री के नाम दर्ज कृषि भूमि के मुआवजे की फाइल आगे बढ़ाने के लिए विभाग का कर्मचारी खुलेआम रिश्वत मांग रहा है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ट्रैप टीम ने तुरंत कार्रवाई की तैयारी की। तय योजना के मुताबिक शुक्रवार दोपहर 1:37 बजे, मीरगंज के एसबीआई एटीएम के सामने आरोपी जैसे ही रुपये ले रहा था, टीम ने उसे पकड़ लिया। अचानक हुई इस कार्रवाई से मौके पर मौजूद लोग हैरान रह गए।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से 10,000 रुपये नकद बरामद हुए, जो कथित रूप से मुआवजा दिलाने की एवज में लिए जा रहे थे। टीम प्रभारी निरीक्षक इश्तियाक वारसी के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई को इलाके में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी सफलता माना जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को थाना सीबीगंज ले जाया गया, जहां उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।