बरेली

नौकरों से ट्रस्ट में दान लेकर मालिक कर रहे थे काले धन को सफेद, पीएमओ में शिकायत और एचआर मैनेजर के सनसनीखेज खुलासे के बाद सीएमओ ने जारी किया नोटिस

यूपी के नामचीन एसआरएमएस ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार, ब्लैकमनी, कर्मचारियों के शोषण और मनमानी के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले की शिकायत पीएमओ में की गई। पीएमओ के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। एसआरएमएस ट्रस्ट को नोटिस जारी किया गया है।

2 min read
Nov 11, 2025

बरेली। यूपी के नामचीन एसआरएमएस ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार, ब्लैकमनी, कर्मचारियों के शोषण और मनमानी के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले की शिकायत पीएमओ में की गई। पीएमओ के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। एसआरएमएस ट्रस्ट को नोटिस जारी किया गया है। संस्थान के पूर्व एचआर मैनेजर आशीष ने एक वीडियो जारी कर अंदरूनी घोटालों का खुलासा कर सनसनी फैला दी है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसआरएमएस ट्रस्ट से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक हड़कंप मच गया है।

कर्मचारियों से जबरन चेक पर साइन कराकर कर रहे हैं कालेधन को सफेद

आशीष ने वीडियो में दावा किया कि संस्थान में हर महीने करीब 4,500 कर्मचारियों को सैलरी कैश में दी जाती है, जबकि उनसे जबरन चेक पर साइन कराए जाते हैं। इन चेकों में लिखा होता है कि कर्मचारियों ने अपनी सैलरी ट्रस्ट को दान में दी है। असल में यह तरीका ब्लैकमनी को व्हाइट करने का संगठित सिंडीकेट है। आशीष ने कहा कि एमबीबीएस कोर्स की फीस भी दो हिस्सों में ली जाती है, आधी ऑनलाइन और आधी कैश में।

मेडिकल अनफिट बताकर 350 कर्मचारियों को निकाला गया

आशीष ने वीडियो में बताया कि तीन महीने पहले चेयरमैन देवमूर्ति ने उन्हें बुलाकर कर्मचारियों की छंटनी योजना सौंपी थी। इसके बाद मेडिकल जांच के नाम पर 350 कर्मचारियों जिनमें नर्स, क्लर्क, गार्ड को मेडिकल अनफिट बताकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। निकाले गए कर्मचारियों में से एक नर्स ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को शिकायत भेजी। पीएमओ ने संस्थान से रिपोर्ट मांगी, लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। कुछ ही दिनों बाद आशीष को पद से हटा दिया गया।

22 साल पुराना कर्मचारी सिर्फ वेतन ज्यादा होने पर निकाला गया

वीडियो में आशीष ने बताया कि संस्थान में सीनियर कर्मचारियों को हटाकर मनमाने तरीके से वसूली की जाती है। एक कर्मचारी को 22 साल की सेवा के बाद सिर्फ इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उसकी सैलरी ज्यादा थी। आशीष ने यह भी बताया कि नर्सों से एएलएस-बीएलएस ट्रेनिंग फीस के नाम पर दोहरी वसूली की जाती है, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। यहां तक कि कर्मचारियों का पीएफ तक नहीं काटा जाता।

अफसरों को महंगे गिफ्ट देकर दबाई जाती हैं फाइलें

आशीष ने यह भी आरोप लगाया कि संस्थान के खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए अफसरों और अधिकारियों को महंगे गिफ्ट और सुविधाएं दी जाती हैं। यही वजह है कि इतने बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार होने के बावजूद कोई जांच नहीं होती। वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग लगातार संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आशीष ने मौजूदा एचआर मैनेजर अजीत पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अजीत के पास एचआर की फर्जी डिग्री है और उन्हें एचआर के बुनियादी नियमों का ज्ञान तक नहीं है, लेकिन अंदरखाने की मिलीभगत के चलते उन्हें ऊंचे पद पर बैठा रखा गया है।

स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप,सीएमओ ने मांगा जवाब

वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले का संज्ञान लिया। सीएमओ ने एसआरएमएस ट्रस्ट को नोटिस जारी कर सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं,जिलाधिकारी कार्यालय ने भी रिपोर्ट तलब की है।

Also Read
View All
31 दिन नॉन-स्टॉप एग्जाम, रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने जारी किया कैलेंडर, 2 से 31 जनवरी तक बिना छुट्टी परीक्षा, रविवार को भी

अब खुले में अंडे बेचोगे तो फंसोगे, पैकिंग-लेबलिंग जरूरी, छह महीने बाद सख्त कार्रवाई, एफएसएसएआई ने दिए ये निर्देश

दो घंटे में बरेली से पहुंच जाएंगे आगरा, 7700 करोड़ की एक्सप्रेसवे परियोजना ने पकड़ी रफ्तार, मथुरा हाथरस जाना भी हुआ आसान

शादी में बरपा खूनी कहर: तलवारों से सुरेंद्र पाल की हत्या, गैंगस्टर एक्ट में दोषी पांच को उम्रकैद, फरार आरोपियों की होगी कुर्की

क्या आज आपकी दुकान की बारी, करोड़ों के बकाये पर निगम की सीलिंग स्ट्राइक, शोरूम–मार्केट बंद, व्यापारियों में खौफ

अगली खबर