बाड़मेर

बाड़मेर के वैभव गढ़वीर का राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा में चयन, बने चौहटन क्षेत्र के पहले न्यायिक मजिस्ट्रेट

बाड़मेर के वैभव गढ़वीर का राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा में चयन हुआ है। वैभव ने आरजेएस सेवा में 209वीं रैंक हासिल की है।

less than 1 minute read
Oct 27, 2024

बाड़मेर। राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विस (आरजेएस) परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। जिले के कापराऊ गांव के वैभव गढ़वीर का आरजेएस सेवा में 209वीं रैंक पर चयन हुआ है। वैभव गढ़वीर के पिता डॉ. शंभूराम गढ़वीर चौहटन में उप जिला अस्पताल में प्रभारी चिकित्साधिकारी है वहीं उसकी माता ममता देवी गृहणी है। वैभव की छोटी बहन दीपशिखा एमबीबीएस कर रही है।

वैभव ने प्राथमिक शिक्षा आदर्श विद्या मंदिर चौहटन, दसवीं की पढ़ाई मॉर्डन स्कूल बाड़मेर, 12वीं डीपीएस जोधपुर में की। 2017 में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर से क्लैट के जरिए वकालत में प्रवेश किया। 2022 में डिग्री हासिल की। विगत दो वर्षों से आरजेएस की तैयारी कर रहा था। लॉ यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के साथ ही वैभव ने न्यायिक सेवा में जाने का लक्ष्य चुना था।

चौहटन क्षेत्र के बने पहले न्यायिक मजिस्ट्रेट

वैभव चौहटन क्षेत्र के पहले न्यायिक मजिस्ट्रेट बने हैं। बेटे के न्यायिक मजिस्ट्रेट बनने पर उनके डॉक्टर पिता शंभू राम बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि एक पिता हमेशा अपने बेटे को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है, लेकिन जब कोई बेटा अपने पिता का नाम रोशन करता है तो उनका सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

परिणाम घोषित होते ही रिश्तेदारों, पड़ोसियों और क्षेत्र के लोगों के बधाई के फोन आने लगे। वैभव शुरू से ही पढ़ाई में होशियार था और आरजेएस के लिए खूब मेहनत करता था। उसी मेहनत की बदौलत आज उसने क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

Updated on:
27 Oct 2024 08:51 pm
Published on:
27 Oct 2024 08:13 pm
Also Read
View All

अगली खबर