बैतूल। बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे पर रविवार 14 दिसंबर की शाम एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। इस दुर्घटना में कार सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा शाम करीब 5 बजे देवगांव के पास हुआ, जब तेज रफ्तार में जा रही ग्लैंजा कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। कार में सवार […]
बैतूल। बैतूल-इंदौर नेशनल हाईवे पर रविवार 14 दिसंबर की शाम एक भीषण सडक़ हादसा हो गया। इस दुर्घटना में कार सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा शाम करीब 5 बजे देवगांव के पास हुआ, जब तेज रफ्तार में जा रही ग्लैंजा कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। कार में सवार सभी लोग इंदौर के रहने वाले बताए जाते हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार बैतूल से इंदौर की ओर जा रही थी। अचानक वाहन चालक का नियंत्रण बिगड़ गया, जिससे कार सीधे डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। कार का अगला पहिया भी टूटकर अलग हो गया था। हादसे के समय कार में कुल छह लोग सवार थे, जिनमें से चार को गंभीर चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही खेड़ी पुलिस चौकी से प्रधान आरक्षक अजय भलावी, ओमप्रकाश यदुवंशी और रोहित नवरेती मौके पर पहुंचे। पुलिस की मदद से घायलों को तत्काल 108 एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल उपचार के लिए भेजा गया। 108 एंबुलेंस के मौके पर पहुंचने से पहले सडक़ हादसे में घायल लोगों की मदद के लिए स्थानीय लोग भी आगे आए। दुर्घटना स्थल के पास स्थित एसडी कॉलेज के संचालक ललित सरले अपनी निजी वाहन के साथ घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए तैयार थे। समय पर एंबुलेंस पहुंच जाने पर उन्होंने घायलों को अपने वाहन से 108 एंबुलेंस में स्थानांतरित कराया, जिससे घायलों को शीघ्र चिकित्सा सहायता मिल सकी। फिलहाल पुलिस ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर हादसे की वजह तेज रफ्तार बताई जा रही है।
भौंरा। बैतूल भोपाल के बीच चल रही खटारा यात्री बसों से अब यात्रियों की जान को खतरा है।नर्मदापुरम एवं बैतूल जिले की आरटीओ की लापरवाही के कारण नेशनल हाइवे पर बर्षो पुरानी खटारा बसे यात्रियों को ढो रही है। ठंड का समय होने के बावजूद कई बसों की खिड़किया काम नहीं कर रही है। रविवार शाम 5 बजे भोपाल से सारणी जा रही पेगवार बस के टायर में आग लग गईं। घटना वन ग्राम धार की नदी के पास की है। यात्रियों की सूझ बुझ से बस में आग जनि की घटना नहीं घटी। बताया जाता है की बस में लगे पुराने टायर गरम हो गए थे जिसकी वजह से उनमे आग लग गईं.यात्रियों ने टायर से धुआं उठता देख बस रुकवाई। जिसकी वजह से आगजनी की घटना नहीं हुई।