भरतपुर में लोगों के आशियानों पर संकट के बादल हैं। इसको लेकर लोग नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाते हुए यहां-वहां शिकायत भी दर्ज करा रहे हैं।
Bharatpur News: भरतपुर में सिटी फ्लड कंट्रोल ड्रेन (सीएफसीडी) की चौड़ाई एक बार फिर सवालों के घेरे में है। वजह, मध्य से 40-40 फीट नहीं होकर कई जगह यह इधर-उधर हो रही है। ऐसे में लोगों के आशियानों पर संकट के बादल हैं। इसको लेकर लोग नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाते हुए यहां-वहां शिकायत भी दर्ज करा रहे हैं, लेकिन सुनवाई के नाम पर महज आश्वासन ही मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार स्वायत्त शासन विभाग की 13 जनवरी 2023 को हुई बैठक में कच्चे परकोटे के लोगों को पट्टे देने सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा हुई थी। इसके बाद 3 फरवरी 2023 को निदेशक एवं विशिष्ट सचिव रहे हृदेश कुमार शर्मा ने बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी थी। इसमें साफ तौर पर बताया गया कि सीएफसीडी के मार्गधिकार (अलाईनमेंट) के मध्य से दोनों ओर 40-40 फीट रोड छोड़ी जाए। सीएफसीडी रोड की कुल चौड़ाई 80 फीट होगी। इस आदेश में साफ तौर पर मध्य से चौड़ाई लेने की बात कही गई थी, लेकिन अब लोगों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन मध्य को भूल गया है और इसमें मनमर्जी की जा रही है।
न्यू आदर्श कॉलोनी के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री के नाम भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि नगर निगम बार-बार झूठा आश्वासन देकर निर्माण को गलत तरीके से करने पर आमादा है। आरोप है कि कुछ लोगों के दवाब में सरकार के आदेश की पालना नहीं करते हुए खरीदशुदा जमीन में बने मकानों को तोडऩे की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत सीएफसीडी का मुय मार्गधिकार तय नहीं करते हुए मकानों की ओर से ज्यादा घुमाव देकर निर्माण कराया जा रहा है। इसके चलते सडक़ निर्माण को मकानों को तोड़ा जा सकता है, जबकि मौके पर बने मकानों के एवं कच्चे परकोटे के मध्य 80 फीट की जगह मौजूद है।
आरोप है कि उच्च न्यायालय ने नगर निगम एवं राज्य सरकार की ओर से जो अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी, उसमें भी जो नक्शा संलग्न किया था, उसके विपरीत न्यायालय को गुमराह करते हुए निर्माण किया जा रहा है। ज्ञापन में सीएफसीडी का निर्माण न्यायोचित तरीके से कराकर किसी भी व्यक्ति को क्षति नहीं पहुंचाते हुए राज्य सरकार एवं उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना सुनिश्चित कराने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में रूबी, आराना, राम सिंह, संतोष देवी, अली मोहमद, पप्पूराम, ललिता देवी आदि शामिल हैं।
सीएफसीडी का निर्माण कार्य डीपीआर में चिह्नित प्वाइंट के अनुसार ही किया जा रहा है। दोनों ओर से 40-40 फीट ही जगह ली जा रही है। कुल 80 फीट जगह ली जा रह है, जो दोनों ओर से चालीस-चालीस फीट ही है।
-विजय प्रताप सिंह, सचिव नगर निगम, भरतपुर