- स्कूल का पानी जांच में सुरक्षित, गांव में घर-घर सर्वे; चिकित्सकीय टीम अलर्ट मोड पर
सिंगोली स्थित एक निजी विद्यालय में अध्ययनरत तीन और छात्रों में पीलिया की पुष्टि होने के बाद बीमार छात्रों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। नए मामलों के सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग ने तत्काल उपचार शुरू कर दिया है। ब्लड जांच में छात्रों में हल्का पीलिया पाया गया। इसके आधार पर दवाइयां दी जा रही हैं। राहत की बात यह है कि सभी बीमार छात्रों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है और चिकित्सकों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मेलन के चलते विद्यालय में दो दिन का अवकाश है। विद्यालय सोमवार से पुनः खुलेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि गुरुवार को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल से लिए गए पानी के नमूनों की रिपोर्ट सामान्य आई है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा दल के मौके पर पहुंचने से पहले ही विद्यालय की पानी की टंकी की सफाई कर दी थी। साथ ही पीने का पानी स्टील की टंकी में संग्रहित होने के कारण वह स्वच्छ पाया गया। इससे पानी को संक्रमण का कारण नहीं माना जा रहा है। हालांकि पीलिया दूषित पानी पीने के कारण हो सकता है। एहतियात के तौर पर चिकित्सा विभाग की टीम स्कूल पर लगातार नजर बनाए हुए है। इसके अलावा पूरे गांव में घर-घर सर्वे कर लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है और आवश्यकता अनुसार उपचार भी किया जा रहा है। जिला क्षय निवारण केंद्र, भीलवाड़ा के डॉ. प्रदीप कटारिया शुक्रवार को सिंगोली पहुंचे। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और फॉलोअप शिविर में बीमार छात्रों की स्वास्थ्य जांच की।