Bhilwara Triple Murder: भीलवाड़ा शहर में 2 लोगों की हत्या के बाद सनसनी फैली हुई है। बताया जा रहा है कि दीपक और दोनों साथियों ने पहले बैठकर शराब पार्टी की। नशे में दीपक ने साथियों पर वार कर मार दिया। उसके बाद उनका चेहरा जला दिया। धारदार हथियार से प्राइवेट पार्ट काट दिया।
राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में दो दिन में तीन जनों की वीभत्स हत्या के बाद उनके शव बरामद होने से सनसनी फैली हुई है। साइको किलर दीपक नायर ने तीन हत्या को अंजाम दिया। रमा विहार में अयप्पा मंदिर के चौकीदार लाल सिंह हाड़ा का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि गुरुवार दोपहर बापूनगर में आरोपी दीपक के घर से उसके दो साथियों का चेहरा जले शव मिले।
आरोपी ने मृतक दोनों साथियों के प्राइवेट पार्ट काट दिए थे। शव तीन दिन पुराने होने से सड़ांध मार रहे थे। सुभाषनगर पुलिस आरोपी को लेकर चौकीदार की हत्या के मामले में प्रयुक्त बाइक बरामद करने उसके घर गई थी। वहां दो शव देखकर सन्न रह गई। प्रतापनगर थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौप दिए।
थानाप्रभारी शिवराज गुर्जर के अनुसार चौकीदार की हत्या के मामले में दीपक को अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड पर लेने के बाद बाइक बरामद करने पुलिस उसे लेकर दोपहर में बापूनगर में उसके घर गई। मकान के अंदर से सड़ांध आ रही थी। आरोपी दीपक से सड़ांध का कारण पूछा तो वह डर गया। उसने कहा कि अंदर दो साथियों की हत्या कर रखी है। यह सुनकर पुलिस दंग रह गई।
दरवाजा खोला तो बरामदे में पुराना बापूनगर निवासी संदीप भारद्वाज और न्यू बापूनगर निवासी मोनू टांक का शव जमीन पर पड़ा था। अंदर का नजारा वीभत्स था। दोनों के चेहरे और हाथ जले थे। मकान में सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। प्रतापनगर थानाप्रभारी सुरजीतसिंह वहां पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग घर के बाहर जमा हो गए। एफएसएल और एमओबी टीम को बुलाया। एसपी धर्मेन्द्रसिंह यादव, एडीएम प्रतिभा देवठिया, डीएसपी मनीष बड़गुर्जर भी वहां पहुंचे। घटना का पता चलने पर पड़ोसी दहशत में आ गए।
भीषण गर्मी में तीन दिन तक जले शव होने से मकान खोलते ही सड़ांध ऐसी थी कि एक मिनट भी वहां खड़े नहीं रह सकते। काफी दूर तक दुर्गंध फैल गई। इससे पड़ोसियों के साथ अफसरों का हाल बुरा हो गया। मास्क लगाकर अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया।
डाइनिंग हॉल में शराब पार्टी के निशान मिले। बताया जा रहा है कि दीपक और दोनों साथियों ने मंगलवार दोपहर साथ बैठकर शराब पार्टी की। नशे में दीपक ने साथियों पर वार कर मार दिया। उसके बाद उनका चेहरा जला दिया। धारदार हथियार से प्राइवेट पार्ट काट दिया। शव के पास सिलेंडर भी मिला। शव के पास गद्दे भी पड़े थे। आरोपी दीपक मकान बंद कर निकल गया। गनीमत रही कि घर में आग बुझ गई। सिलेंडर तक पहुंची तो विस्फोट हो सकता था। उसी रात उसने चौकीदार की हत्या की।
चौकीदार और साथियों की हत्या का पैर्टन एक जैसा था। तीनों की हत्या करके प्राइवेट पार्ट काटा गया। प्राइवेट पार्ट काटने के पीछे मंशा पुलिस समझ नहीं पा रही। आरोपी हर बार बयान बदल रहा। उसका कहना है कि दोनों साथियों पर जादू-टोना करने का शक था। जादू टोने के कारण उसका दिमाग स्थिर नहीं रहता था।
नौकरी भी ठीक से नहीं कर पा रहा था। इसलिए उसने हत्या की। जबकि यह भी बात सामने आ रही कि अप्राकृतिक सम्बंध को लेकर भी हत्या का मामला जुड़ा हो सकता है। मृतक संदीप के भाई ने दोपहर में गुमशुदगी की रिपोर्ट प्रतापनगर थाने में दी थी। डीएसपी गुर्जर ने बताया कि आरोपी दीपक के खिलाफ सात मुकदमे पहले से दर्ज हैं।
संदीप और मोनू का मंगलवार को कत्ल हो गया। सवाल उठता है कि परिजनों ने उनकी तलाश नहीं की। मोबाइल तक स्वीच ऑफ था। प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट तक नहीं दी। संदीप के छोटे भाई संजीव ने ढाई दिन बीतने के बाद गुरुवार दोपहर प्रतापनगर थाने में गुमशुदगी कर रिपोर्ट दी। बताया जाता है कि संदीप फैक्ट्री में काम करता है। उसके बेटा और बेटी है। वहीं मोनू की अभी शादी नहीं हुई। उधर, आरोपी दीपक ने आइटीआइ कर रखी है। एक मोबाइल कम्पनी में चित्तौड़गढ़ और निम्बाहेड़ा का काम देखता है।