- तबादले पर स्थगन, कार्यभार ग्रहण, स्कूल में बनी दोहरी कमान
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्र मार्ग में अब एक नहीं बल्कि दो प्रधानाचार्य मौजूद हैं। वर्तमान में राजेन्द्र गहलोत विद्यालय के प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत हैं। इधर, पूर्व प्रधानाचार्य श्यामलाल खटीक, जिनका हाल ही में डूंगरपुर जिले के भिंडा में तबादला किया गया था, ने इस आदेश को राजस्थान उच्च न्यायालय, जयपुर ट्रिब्यूनल में चुनौती दी और स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया। स्थगन आदेश के बाद खटीक ने पुनः राजेन्द्र मार्ग विद्यालय में कार्यभार भी संभाल लिया है।
चार माह में सेवानिवृत्ति, इसलिए मांगा था स्थगन
श्यामलाल खटीक का कहना है कि उनकी सेवानिवृत्ति में मात्र चार माह का समय शेष है। ऐसे समय में दूरस्थ जिले में स्थानांतरण उनके लिए कठिनाई पूर्ण था। इसी आधार पर उन्होंने तबादला आदेश को अदालत में चुनौती देते हुए स्थगन की मांग की थी। कोर्ट से राहत मिलने पर उन्होंने विद्यालय में वापसी कर ली, जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान प्रधानाचार्य व स्थगन प्राप्त पूर्व प्रधानाचार्य दोनों ही पद पर उपस्थित हैं।
विद्यालय में प्रशासनिक स्थिति बनी पेचीदा
राजेन्द्र मार्ग विद्यालय में दो प्रधानाचार्यों की उपस्थिति से विद्यालय प्रबंधन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शिक्षकों और स्टाफ में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि अब दायित्व किसके हाथ में रहेगा, क्योंकि दोनों ही अधिकारी कार्यभार ग्रहण कर चुके हैं। शिक्षा विभाग अब इस मामले में क्या निर्णय लेगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं। शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश में तबादला व्यवस्था और उससे जुड़े विवाद कोई नए नहीं हैं, लेकिन राजेन्द्र मार्ग विद्यालय जैसा मामला, जहां दो प्रधानाचार्य एक ही स्कूल में पदभार संभाले बैठे हैं, राज्य में अलग ही मिसाल प्रस्तुत कर रहा है। विभागीय स्तर पर स्पष्ट निर्णय आने तक विद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था प्रभावित रह सकती है।