संवेदक व अधिकारियों की मिलीभगत की चर्चाएं 46.70 हैक्टेयर फार्म में लाखों के पेड़ खुर्द-बुर्द, जांच रिपोर्ट मुख्यालय भेजी
राजस्थान स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन लिमिटेड के कल्याणपुरा स्थित कृषि फार्म में 218 हरे पेड़ों को अवैध रूप से काटकर बेचने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संवेदक और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से बबूल, शीशम, नीम सहित कई छायादार पेड़ों को रातों-रात काटकर लाखों में बेचा गया।
कल्याणपुरा में बीज निगम के अधीन 46.7087 हैक्टेयर जमीन पर यह फार्म संचालित हैं। इसकी देखरेख के लिए विभाग ने 20 जून 2024 से 20 जून 2027 तक की तीन वर्षीय लीज गोपालपुरा निवासी छीतरलाल जाट को दी थी।
पेड़ काटने के बाद संवेदक की ओर से कटान के निशान छिपाने के लिए जेसीबी चलवाकर डूंठ उखाड़ दिए गए, ताकि कोई प्रमाण न बचे। स्थानीय लोगों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीणों में नाराजगी है।
फार्म आवंटन के समय विभाग ने ड्रोन कैमरे से पूरे फार्म की वीडियोग्राफी करवाई थी। ग्रामीणों का कहना है कि इस वीडियो में सभी पेड़-पौधे और संरचनाएं स्पष्ट रूप से दर्ज हैं, ऐसे में कटान को नकारा नहीं जा सकता।
आरोप है कि संवेदक छीतरलाल जाट ने लीज पर लिए गए फार्म को किसान भंवरलाल को सबलेट कर दिया, जो नियमों के विरुद्ध है।
मामले की शिकायत कोटा निवासी लव जिंदल ने कृषि विभाग के उच्च अधिकारियों से की थी। शिकायत के आधार पर कृषि विभाग, जयपुर के शासन उप सचिव नवरत्न कोली ने बीज निगम लिमिटेड जयपुर के प्रबंध निदेशक को जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद जयपुर व भीलवाड़ा की संयुक्त टीम ने कल्याणपुरा फार्म का निरीक्षण भी किया।
शिकायतकर्ता ने कई जगह पर शिकायत की है। कल्याणपुरा का मामला उदयपुर विभाग के अधीन आता है। विभाग से मिले आदेश के आधार पर जांच करके रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है।
- ओमप्रकाश चौधरी, प्लांट मैनेजर बीज निगम भीलवाड़ा