जिला प्रमुख बरजी देवी भील व प्रधानों का कार्यकाल समाप्त
भीलवाड़ा जिला परिषद में बुधवार से जिला कलक्टर एवं 14 पंचायत समितियों में एसडीओ का शासन शुरू हो गया है। वजह-जिला बरजी देवी भील तथा पंचायत समितियों में प्रधानों का कार्यकाल 9 दिसंबर को समाप्त हो गया। इसके साथ जिला प्रमुख बरजी देवी व प्रधान निवर्तमान हो गए। जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू जिला परिषद के प्रशासक हो गए। जिला परिषद में जिला प्रमुख के चैंबर के बाहर लगी बरजी देवी भील की नेम प्लेट भी हटा दी गई। उनकी सरकारी गाड़ी भी जमा हो गई। उधर, वर्तमान में आसींद, हुरड़ा, शाहपुरा, जहाजपुर, करेड़ा, सुवाणा, मांडल, सहाड़ा, रायपुर, बनेड़ा, मांडलगढ़ व बिजौलियां पंचायत समिति पुरानी है। इनमें निर्वाचित प्रधान थे। जिस पंचायत समिति का एरिया दो उपखंड क्षेत्र में आ रहा है, वहां कौन एसडीओ को प्रशासक लगाया जाए, इसका फैसला जिला कलक्टर करेंगे। पंचायतीराज पुनर्गठन के दौरान शाहपुरा पंचायत समिति को तोड़कर फूलियाकलां व जहाजपुर पंचायत समिति को तोड़कर खजूरी नई पंचायत बनाई गई थी। ये चुनाव होने के बाद अस्तित्व में आएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश की ज्यादातर पंचायतों का कार्यकाल पूरा होने के बाद चुनाव समय पर नहीं हुए। सरकार ने मौजूदा सरपंचों को ही प्रशासक बनाकर कार्यकाल बढ़ा दिया था। सरपंचों और वार्ड पंचों की एक कमेटी बनाकर चुनाव होने तक उसे ही प्रशासक के पावर दे दिए। अब तक ग्राम सचिव प्रशासक लगते रहे हैं। इस बार सरकार ने नया पैटर्न अपनाया।
सरपंचों की तर्ज पर ही प्रधान कार्यकाल बढ़ाने की मांग कर रहे थे। इसे लेकर प्रधानों ने पंचायतीराज मंत्री से लेकर कई स्तर पर बात की थी। मुख्यमंत्री तक भी मांग पहुंचाई गई। आखिर में सरकार ने प्रधानों की मांग नहीं मानी और पहले अपनाई जाती रही व्यवस्था के अनुसार एसडीएम को प्रशासक लगाने का फैसला किया है।