- डॉलर की कमजोरी, चीन की भारी खरीद से कीमती धातुएं ऑलटाइम हाई पर - एक माह में सोना 11 हजार और चांदी 58 हजार रुपए महंगी हुई
सोने-चांदी की कीमतों में एक बार फिर ऐसी जोरदार तेजी देखने को मिली है, जिसने निवेशकों और आम खरीदारों-दोनों को हैरान कर दिया है। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार से लेकर घरेलू सर्राफा बाजार तक रिकॉर्ड टूटते नजर आए और दोनों कीमती धातुएं अपने ऑलटाइम हाई स्तर पर पहुंच गईं। सर्राफा बाजार के जानकारों के अनुसार, डॉलर की कमजोरी और फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों ने सोना-चांदी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया है। इसके साथ ही चीन की ओर से चांदी की लगातार खरीद ने कीमतों में और आग लगा दी है। इससे आम पहुंच से सोना-चांदी दूर हो गया है।
घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स पर भी सोमवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। शाम तक 24 कैरेट सोना 1,36,480 रुपए प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता नजर आया। वहीं चांदी ने निवेशकों की धड़कनें बढ़ा दीं। एमसीएक्स पर चांदी 2.60 फीसदी उछलकर 2,14,000 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई। सत्र के दौरान चांदी का उच्चतम स्तर 2,14,583 रुपए और न्यूनतम स्तर 2,09,475 रुपए रहा। शुक्रवार को चांदी 2,08,439 रुपए पर बंद हुई थी, यानी महज एक दिन में इसमें 5,395 रुपए की बड़ी तेजी दर्ज की गई।
यदि पिछले एक माह का हिसाब लगाया जाए तो तेजी और भी हैरान करने वाली है। 22 नवंबर 2025 को सोना 1,27,500 रुपए प्रति 10 ग्राम था, जो अब बढ़कर करीब 1,38,500 रुपए हो गया। यानी एक महीने में सोना करीब 11 हजार रुपए महंगा हो गया। इसी अवधि में चांदी 1,56,000 रुपए से उछलकर 2,14,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। यानी चांदी की कीमत में 58 हजार रुपए प्रति किलो की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई।
व्यापारियों और बाजार विश्लेषकों का कहना है कि अमेरीका में अगले साल ब्याज दर कटौती की मजबूत संभावनाएं बन रही हैं। नरम अमेरीकी मुद्रास्फीति आंकड़ों ने इन उम्मीदों को और बल दिया है। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर बढ़ते राजनीतिक तनाव के कारण सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने-चांदी की मांग बढ़ी है। चीन में चांदी की तेज मांग, बाजार में चांदी की उपलब्धता में कमी, केंद्रीय बैंकों की मजबूत खरीद और ईटीएफ में लगातार निवेश प्रवाह भी कीमतों को समर्थन दे रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार 1979 के बाद यह सोने का सबसे मजबूत वार्षिक प्रदर्शन माना जा रहा है।
सर्राफा बाजार का मानना है कि जब तक डॉलर कमजोर रहता है और ब्याज दरों में नरमी का रुख बना रहता है, तब तक सोना-चांदी ऊंचे स्तर पर बने रह सकते हैं। हालांकि, उतार-चढ़ाव की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में निवेशकों की निगाहें अब बाजार की अगली बड़ी चाल पर टिकी हुई हैं।
चांदी प्रति किलो- 2,09,500, चांदी टंच प्रति किलो- 2,14,000 तथा सोना 10 ग्राम -1,38,600 रुपए
चांदी प्रति किलो- 2,03,000, चांदी टंच प्रति किलो -2,07,100 तथा सोना 10 ग्राम -1,35,500 रुपए
इस तरह बढ़े चांदी में भाव