भीलवाड़ा

हादसे में घायलों के लिए ‘देवदूत’ बने भीलवाड़ा के एनसीसी कैडेट्स

आबू रोड में पलटी थी गुजरात की बस, कैंप से लौट रहे एमएलवी कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स ने बचाई जान विधायक व प्राचार्य ने किया सम्मान

2 min read
Dec 25, 2025
NCC cadets from Bhilwara became 'angels' for those injured in the accident.

'एकता और अनुशासन' के ध्येय वाक्य को चरितार्थ करते हुए भीलवाड़ा के एनसीसी कैडेट्स ने मानवता की मिसाल पेश की है। माउंट आबू में आयोजित कैंप से लौट रहे एमएलवी कॉलेज के कैडेट्स ने आबू रोड पर एक भीषण सड़क हादसे के दौरान त्वरित कार्रवाई करते हुए दर्जनों जिंदगियां बचाने में मदद की। इस साहसिक कार्य के लिए कॉलेज परिसर में आयोजित समारोह में कैडेट्स का नागरिक अभिनंदन किया गया।

हादसे के बाद संभाला मोर्चा, दिया 'फर्स्ट एड'

गुजरात से सवारियों से भरी एक बस तेज गति के कारण आबू रोड पर अनियंत्रित होकर पलट गई थी। बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और चीख-पुकार मची थी। उसी मार्ग से गुजर रहे 5 राज इंडेप कंपनी के कैडेट्स रुद्रप्रताप, हिमांशु, कुलदीप सिंह , मनोहर गुर्जर और रघुनंदन सिंह ने एक पल भी गंवाए बिना मोर्चा संभाला। जांबाजों ने बस में फंसे घायलों को बाहर निकाला, उन्हें मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया और एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया। साथ ही, बाधित हुए ट्रैफिक को सुचारू करने में भी प्रशासन का सहयोग किया।

विधायक बोले: "वीरता और मानवता को सलाम"

कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में विधायक अशोक कोठारी और प्राचार्य संतोष आनंद ने कैडेट्स को सम्मानित किया। विधायक कोठारी ने कहा, "इन कैडेट्स ने आपदा के समय सही मायने में समाज सेवा की है। इनकी वीरता और सेवा भाव को पूरा शहर सलाम करता है।"

प्रशिक्षण की कसौटी पर उतरे जांबाज

यूनिट के कमान अधिकारी कर्नल शैलेंद्र सिंह राठौड़ ने कैडेट्स की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पहल हमारे प्रशिक्षण की गुणवत्ता और समाज के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाती है। एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट संजय गोदारा ने बताया कि कैडेट्स को आपदा प्रबंधन का जो कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है, यह उसका सफल उदाहरण है।

समारोह में ये रहे मौजूद

सम्मान के दौरान महाविद्यालय आचार्य कश्मीर भट्ट, अजय आसेरी, और ज्ञान चंद भारती सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिन्होंने कैडेट्स के इस जज्बे की सराहना की। महाराणा कुम्भा स्कूल के अधीन कुम्भा विद्या निकेतन के एनसीसी कैडेट्स एनओ मोना राठौड़,मनोहर गुर्जर,हिमांशी धोबी, सुमन जाट व दिव्यांशी पुरावत का भी अहम योगदान रहा।

Published on:
25 Dec 2025 09:33 am
Also Read
View All

अगली खबर