सात दिन में मांगा प्रधानाचार्य से जवाब
जवाहरनगर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय भोपालगज की बदहाल शिक्षा व्यवस्था एवं जर्जर भवन का मुद्दा राजस्थान पत्रिका ने शुक्रवार को " खतरे में हमारी बेटियां, जर्जर भवन एक कमरे में पांच कक्षाएं, शिक्षा विभाग बेपरवाह" शीर्षक से उठाया तो शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे। जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू ने पूरी रिपोर्ट तलब की और तत्काल एक शिक्षिका को यहां प्रतिनियुक्ति पर लगाया। गौरतलब है कि झालावाड़ दुखांतिका के दौरान स्कूल सर्वे में यह स्कूल भवन सुरक्षित श्रेणी में बताया गया था।
जिला कलक्टर संधू के समूचे मामले को गंभीरता से लेने के बाद शुक्रवार को सुवाणा के सीबीईओ रामेश्वर प्रसाद जीनगर के नेतृत्व में कार्यवाहक प्रधानाचार्य राजेंद्र शर्मा, समग्र शिक्षा भीलवाड़ा के कनिष्ठ अभियंता मुकेश चौधरी जवाहर नगर स्कूल पहुंचे। यहां गहनता से समूचे भवन का निरीक्षण किया। प्रिंसिंपल चन्द्र प्रभा चूंडावत व स्टाफ से भवन एवं शैक्षणिक कार्य की रिपोर्ट ली। बच्चों से भी चर्चा की। अफसरों ने जर्जर भवन एवं चौपट हो रही पढ़ाई पर चिंता जताई। निरीक्षण के दौरान कई खामियां मिली।
जीनगर ने प्रधानाचार्य को नोटिस जारी कर सात दिवस में विस्तृत जानकारी व प्रस्ताव बनाकर एडीपीसी कार्यालय भिजवाने के लिए पाबंद किया है। जीनगर ने बताया कि स्कूल भवन का सर्वे करने के दौरान इस स्कूल भवन को सुरक्षित बताया गया है।