भीलवाड़ा

सीवरेज और यातायात बनी शहर की सबसे बड़ी समस्या. शहरवासी बोले ‘धन्यवाद पत्रिका’

- राजस्थान पत्रिका अभियान: जन मंच में लोगों ने बताई पीड़ा - जगह-जगह गंदगी, जाम और पानी भराव और अतिक्रमण से लोग परेशान

2 min read
Sep 04, 2025
Sewerage and traffic became the biggest problems of the city. City dwellers said 'Thank you Patrika'

राजस्थान पत्रिका कार्यालय में बुधवार को आमजन को अपनी बात रखने का मंच मिला। शहरवासियों ने अपनी समस्याएं रखी। किसी को अपने हक का लाभ महीनों-सालों से नहीं मिलना बताया तो किसी ने सरकारी सिस्टम के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए पत्रिका से समाधान की उम्मीद जताई। जन मंच में फिर नए मुद्दों पर खुलकर बात हुई। यही नहीं, पिछले बुधवार को उठे मुद्दों को मुकाम मिला तो शहरवासी बोले ‘धन्यवाद पत्रिका’। जन मंच में अनेक तरह की समस्याएं खुलकर सामने आई। समाधान की बाट जोह रहे शहरवासियों ने मन की बात की। पत्रिका के पांसल चौराहा स्थित कार्यालय में बुधवार दोपहर 12 बजे से एक बजे तक जन मंच का आयोजन हुआ।

सीवरज बनी सबसे बड़ी समस्या

शहर की कई कॉलोनियों में अब तक सीवरेज लाइन नहीं डाली गई। चंद्रशेखर आजाद नगर के सत्यवीर सिंह राठौड़ ने बताया कि गरूड़ा कॉलोनी में गंदा पानी सड़कों पर बह रहा। जमना विहार कॉलोनी में एक गली में पाइप लाइन नहीं डाली गई। सांगानेर रोड पर नारायणी माता सर्कल के पास ढक्कनों से गंदा पानी निकलता है। बुधवार को एक ट्रक सीवरेज के गढ्ढे में फंस गया। शहर में सीवरेज लाइन डालने में भारी अनियमितता बरती गई है। नियमानुसार काम नहीं हुआ। अफसरों ने भी चेम्बर छोड़कर काम की निगरानी नहीं की। इससे कहीं ढक्कन सड़क से काफी ऊपर उठे हुए तो कहीं नीचे धंसे हुए हैं। यह राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रहे। इस मामले में नगर निगम के अधिशासी अभियंता अखेराम बडोदिया ने कहा कि जिन क्षेत्रों में सीवरेज लाइन रह गई है, उनके प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। टेंडर करके कार्य पूरा होगा।

यातायात व्यवस्था पूरी तरह लचर

अशोक कुमार मूंदड़ा ने बताया कि शहर की यातायात व्यवस्था बदहाल है। टेम्पो चालक तीन सीटर पर 10-15 सवारियां बिठाकर चलते हैं। सवारी देखते ही अचानक ब्रेक लगा देते हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। रेलवे फाटक से कलक्ट्रेट तक जाने का एक ही रास्ता है, जहां आए दिन जाम लगता है। रेलवे स्टेशन और सेशन कोर्ट जाने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। मूंदड़ा का सुझाव है कि इस मार्ग को एक तरफा किया जाए।

इन लोगों ने रखी अपनी पीड़ा

  • नारायण सिंह गहलोत (जवाहर नगर): मकान के पास खाली प्लॉट में बड़े पेड़ कभी भी गिर सकते हैं।
  • मनोरमा पांडेय (बापूनगर): निजी स्कूल के पीछे पार्क में बरसात का पानी भर रहा है, मच्छर बढ़ गए हैं।
  • आनन्द मुछाल (आज़ाद चौक): सफाई नहीं होने से लोग कचरा जलाते हैं, गंदगी के ढेर लगे हैं।
  • सत्यनारायण शर्मा (आरके कॉलोनी): नगीना मस्जिद का लाउडस्पीकर तेज आवाज से परेशानी बढ़ा रहा है।
  • अशोक व इंद्रकुमार (गांधीबाजार): एमजी अस्पताल गेट के सामने पानी भराव से दुकानों के बाहर कीचड़ फैला रहता है। लोग परेशान होते हैं।
  • गौरव माहेश्वरी (कंचन विहार): नाले की दीवार टूटी होने से बरसात का पानी कॉलोनियों में 3–4 फीट भर जाता है। यही स्थिति सांगानेर रोड व सर्वेश्वर कॉलोनी में भी रहती है।
  • गोपाल सिंह राव: शहर का कचरा कीर खेड़ा ले जाने की बजाय कुवाड़ा स्थित जांगीड़ कन्या छात्रावास व खदानों में डंप किया जा रहा है।
Published on:
04 Sept 2025 11:03 am
Also Read
View All

अगली खबर