14 जनवरी तक वर्जित रहेंगे विवाह-सगाई सहित सभी मांगलिक कार्य चार फरवरी से फिर बजेगी शहनाई
सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही 16 दिसंबर से खरमास की शुरुआत हो रही है। इस अवधि में विवाह, सगाई, गृह प्रवेश और मुंडन सहित सभी मांगलिक कार्यों पर रोक रहेगी। खरमास की समाप्ति 14 जनवरी की रात 9:19 बजे सूर्य के उत्तरायण होने पर होगी। इसके बाद 15 जनवरी से शुभ कार्य पुनः प्रारंभ हो जाएंगे, लेकिन शुक्र ग्रह अस्त रहने के कारण जनवरी 2026 में विवाह नहीं हो पाएंगे।
पंडित अशोक व्यास ने बताया कि 13 दिसंबर की रात्रि में शुक्र ग्रह पूर्व दिशा में अस्त हो जाएगा। इसके कारण जनवरी में विवाह का एक भी शुभ मुहूर्त नहीं है। वहीं 16 दिसंबर को दोपहर 1:27 बजे से खरमास प्रारंभ हो जाएगा। इस कारण इस अवधि में सभी मांगलिक कार्य पूर्णतः वर्जित माने गए हैं।
खरमास शुरू होने से पहले गुरुवार को शहर में बड़ी संख्या में विवाह समारोह संपन्न हुए। अब शुक्रवार को आखिरी सावे रहेंगे, जिसके बाद एक माह तक शहनाइयों की गूंज नहीं सुनाई देगी।
पंडित व्यास ने बताया कि दो फरवरी 2026 को शुक्र ग्रह पश्चिम दिशा में उदित होंगे। इसके बाद 4 फरवरी से विवाह-सगाई जैसे सभी मंगल कार्य पुनः शुरू हो सकेंगे। फरवरी-मार्च 2026 में कुल 18 शुभ विवाह मुहूर्त बन रहे हैं। फरवरी 2026 के 13 शुभ मुहूर्त है। इनमें 4, 5, 6, 10, 11, 12, 14, 19, 20, 21, 24, 25 और 26 फरवरी। मार्च 2026 के 5 शुभ मुहूर्त 9, 10, 11, 12 और 14 मार्च।
मार्च में विवाह संभव होने के बाद मीन संक्रांति के प्रभाव से एक बार फिर विवाह पर रोक लग जाएगी। यह रोक 15 अप्रेल 2026 तक रहेगी। इसके बाद शुभ मुहूर्त पुनः उपलब्ध होंगे।