अजमेर अतिरिक्त रजिस्ट्रार ने दिए जांच के आदेश, कर्मचारियों में हड़कंप जांच अधिकारी नियुक्त
अजमेर के अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियों ने भीलवाड़ा सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार में पिछले पांच वर्षों के दौरान हुई अनियमितताओं की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए सेंट्रल कॉ-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के अतिरिक्त अधिशाषी अधिकारी आशुतोष मेहता व भीलवाड़ा क्रय विक्रय सहकारी समिति लिमिटेड भीलवाड़ा के सहायक रजिस्ट्रार भंवरसिंह राठौड़ को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसे लेकर कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
मांगे गए दस्तावेज
जांच अधिकारी मेहता ने भंडार से विस्तृत अभिलेख मांगे हैं। इनमें पिछले पांच वर्षों में दवाइयों की खरीद का पूरा ब्यौरा, खरीद की प्रक्रिया, विभाग व कॉनफैड से जारी आदेश और नियमों की प्रतियां। दवाइयों से जुड़ी शिकायतें एवं वित्तीय अनियमितताओं पर की गई कार्रवाई। औषधि नियंत्रक की ओर से लिए गए नमूनों की गुणवत्ता परीक्षण रिपोर्ट। कंपनियों की ओर से दी गई स्कीम और दर निर्धारण की प्रक्रिया। पिछले पांच वर्षों में संविदा कार्मिकों की सूची और नियुक्ति प्रक्रिया। स्वीकृत स्टाफ स्ट्रेंथ व संविदा नियुक्तियां। किराए पर लिए गए भवनों का विवरण और भुगतान रेकाॅर्ड।
जांच के मुख्य बिंदु
दवाइयों की खरीद में अनियमितता: नियम विरुद्ध दवाइयां खरीदना, गुणवत्ताहीन व आवश्यकता से अधिक दवाइयों का क्रय। आर्थिक नुकसान: उच्च दरों और स्कीम सहित दवाइयां खरीदकर भंडार को पहुंचाया गया नुकसान।
संविदा कार्मिक नियुक्ति: संविदा कार्मिकों की नियम विरुद्ध नियुक्तियां।
भवन किराए पर लेना: नियमों के विपरीत भवन किराए पर लेकर किया गया भुगतान।
जांच अधिकारी की भूमिका
मेहता व राठौड़ को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे आर्थिक नुकसान की पूरी जिम्मेदारी तय करें। दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपें। माना जा रहा है कि कुछ शिकायतों के चलते अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां को यह कदम उठाना पड़ा है। इसे लेकर पिछले कुछ दिनों से दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं।
दस्तावेज मांगे है
पिछले पांच साल के रेकाॅर्ड के जांच के आदेश हुए हैं। जांच अधिकारियों ने दस्तावेज मांगे हैं। वह उनको उपलब्ध करवा रहे हैं। भंडार में 34 का स्टाफ है इसमें से मात्र 4 जने ही सरकारी कर्मचारी हैं। शेष सभी संविदा पर लगे हैं।
राजेन्द्रसिंह पंवार, जीएम, सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार