भोपाल

एमपी में फर्जी शादी का रैकेट, सुंदर दुल्हन की चाह में फंस रहे यूपी-बिहार के युवा

MP News : राजधानी भोपाल में एक गिरोह फर्जी शादी का रैकेट चला रहा है। अब तक इस रैकेट में 100 से अधिक लोग फंस चुके हैं। गिरोह के निशाने पर उत्तर प्रदेश और बिहार के गरीब ग्रामीण युवक हैं।

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Apr 13, 2025

MP News : राजधानी भोपाल में एक गिरोह फर्जी शादी का रैकेट(Fake marriage racket) चला रहा है। अब तक इस रैकेट में 100 से अधिक लोग फंस चुके हैं। गिरोह के निशाने पर उत्तर प्रदेश और बिहार के गरीब ग्रामीण युवक हैं। जिनकी शादियां नहीं हो रही हैं, या फिर वे तलाकशुदा या विधु हैं, यह गिरोह उनकी शादी कराने के बहाने ठग रहा है। गिरोह के सदस्यों ने यूपी, बिहार के गांवों में पर्चे बांटे हैं। जिसमें वादा किया गया है एक स्वयंसेवी संगठन गरीब कन्याओं की शादी करवाता है। संगठन के पास दर्जनभर से खूबसूरत लड़कियों का बायोडाटा है। जो शादी योग्य हैं। लेकिन उनकी शादियां नहीं हो रहीं।

भोपाल बुलाकर ठगते हैं

यह रैकेट(Fake marriage racket) भोले-भाले पुरुषों को फंसाता मोटी रकम के बदले में उपयुक्त दुल्हन दिलाने का वादा करता है। इच्छुक युवाओं को भोपाल लाया जाता है और उनसे पैसे ऐंठने के बाद उन्हें छोड़ दिया जाता है।

लड़कियों से मिलवाया

ऐसे ही एक पीड़ित कालीचरण सेन जो यूपी के बांदा जिले के पिपरीखेरवा गांव के निवासी हैं। वे ठगी के शिकार हुए और गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कालीचरण के अनुसार उसके गांव में एक पर्चा बांटा गया था। जिसमें शादी के लिए दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क करने को गया था। छपे नंबर पर संपर्क किया तो उसे भोपाल बुलाया गया। यहां स्टेशन पर कुछ लोग लेने आए और एक अज्ञात स्थान पर ले गए। यहां उसे लगभग 15 खूबसूरत लड़कियों से मिलवाया गया।

शगुन के नाम पर ठगी

कालीचरण ने शादी(Fake marriage racket) के लिए चुना। तब लड़की ने उससे 25,000 रुपए मांगे। लड़की के परिवार वालों से भी मिलवाया गया। जहां उसने शगुन के तौर पर लड़की 3,000 रुपए दिए। बाद में तैयारियों के लिए कुछ और रुपए डिजिटल पेमेंट से लिए गए।

इस तरह भी ठगी

गिरोह भोपाल न आने वाले युवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियों की फर्जी फोटो दिखाकर शादी का लालच देता है। फिर शादी के नाम पर एक मोटी रकम अपने बैंक खाते में ट्रान्सफर करवा लेते हैं। उसके बाद उनका फोन नम्बर ब्लॉक कर देते हैं।

पर्चे में नहीं होता कोई पता

पर्चों में किसी भी दफ्तर का पता नहीं होता। इसके बजाय, एजेंट इच्छुक युवकों को भोपाल पहुंचने पर बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन से उठा लेते हैं। तय मुलाकातों के दौरान भावी दूल्हों को दिखाई जाने वाली लड़कियां संपर्क विवरण साझा नहीं करतीं, जिससे धोखाधड़ी और बढ़ जाती है।

जांच हो रही है

इस संबंध में पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि कालीचरण की शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। मिश्रा का कहना है कि धोखाधड़ी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Updated on:
13 Apr 2025 11:19 am
Published on:
13 Apr 2025 09:13 am
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