रॉयल मार्केट से तीन मोहरे, ताजमहल, शाहजहांनाबाद को जाने वाली मोतिया तालाब के सामने अस्पताल स्ट्रीट की सडक़ चौड़ी होने के साथ ही पहली बार इसे खोदकर डामरीकरण का काम किया जा रहा है।
भोपाल. रॉयल मार्केट से तीन मोहरे, ताजमहल, शाहजहांनाबाद को जाने वाली मोतिया तालाब के सामने अस्पताल स्ट्रीट की सडक़ चौड़ी होने के साथ ही पहली बार इसे खोदकर डामरीकरण का काम किया जा रहा है। निर्माणाधीन काम के चलते यहां जाम की स्थिति बन रही है। वर्तमान में अभी मोतिया तालाब साइड के हिस्सा में पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार जेसीबी मशीन से काम कर रहे हैं। बताया गया कि सडक़ पर सीधे डामर नहीं करते हुए पहले इसे भार कम करते हुए आधा फीट खोदा भी जा रहा है। लोगों का कहना है कि पहली बार इस तरह से इस सडक़ पर डामरीकरण हो रहा है। इससे सबसे अधिक लाभ तालाब साइड और तीन मोहरे की हाइट को मिलेगा। इस मार्ग से हमीदिया रोड व इंदौर को जाने वाले भारी वाहन बड़ी संख्या में निकलते है। निरंतर हुए डामरीकरण के कारण तीन मोहरे की हाइट कम हो चुकी है। जिसकी वजह से कई बार भारी वाहन इससे रगड़ते हुए निकलते हैं। कुछ साले पहले भारी वाहनों के टकराने से गेट के पत्थर भी गिर चुका है। जिसे जयपुर के कारीगरों ने छह माह के मशक्कत के बाद लगाया था।
एमपी टूरिज्म ने करीब एक दशक पहले मोतिया तालाब के फुटपाथ को विकसित करते हुए रैलिंग लगाई थी। तालाब के दूसरे साइड पर लाइन से अस्पताल खुलने से लोगों ने फुटपाथ को स्थायी पार्किंग के रूप में उपयोग करना शुरू कर दिया था। जिससे यहां जाम की स्थिति हमेशा बनती थी। पहली बार फुटपाथ को तोडकऱ सडक़ चौड़ी की जा रही है। इससे अवैध पार्किंग रुकेगी, साथ ही जाम की स्थिति भी यहां नहीं बनेगी।
तालाब से लगे ताजुल मसाजिद के सीढिय़ों नुमा गेट के दोनों ओर बने पार्क की बाउंड्री भी तोडकऱ छोटी कर दी गई है। वैसे भी इस पार्क का विकास नहीं हो रहा था। मरीजों के परिजन भी यहां बैठते थे। अब पार्क की सीमा भी कम करके उसे विकसित करने की योजना है।
ताज महल के तीन मोहरों में से दो मोहरों का ही उपयोग वाहनों के आवागमन में होता है। तीसरे मोहरे के दोनों ओर लोगों ने दुकानें खोल उसकी मार्ग पर कब्जा किया हुआ है। पड़ताल में सामने आया कि फुटपाथ के टूटने व सडक़ चौड़ीकरण में ठेकेदार की कार्रवाई तीन मोहरों से लगे फुटपाथ तक पहुंच गई है। अगर अतिक्रमण हटाने के साथ सडक़ चौड़ी हुई तो तीसरा मोहरा भी इमरजेंसी में आवागमन के लिए खुल सकता है।
डामरीकरण तो एक दो साल में इस मार्ग पर गड्ढे होने के कारण होता था। इस बार भी बारिश मं बहुत गड्ढे हो चुके है,लेकिन पहली बार चौड़ीकरण और सडक़ को खोदकर डामरीकरण का काम हो रहा है। इससे हजारों लोगों को लाभ मिलेगा।
एड, आकाश यादव, शाहजहांनाबाद
तीन मोहरे वाले हिस्से में साल-दर साल डामरीकरण होने से महल की धरोहर तीन मोहरे के अस्तित्व को खतरा हो गया था। सडक़ को खोदकर डामरीकरण करने की मांग कई सालों तक की गई। अब प्रशासन चेता है। सडक़ के चौड़ी होने से जाम से राहत मिलेगी। तालाब के फुटपाथ पर अवैध पार्किंग नहीं होगी।
मोहम्मद सऊद, पूर्व पार्षद