Minister Vijay Shah Resigns: मध्य प्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य मत्री कुंवर विजय शाह के अंडरग्राउंड होने की खबर मिल रही है, वहीं आज उनके मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई टल गई, जो अब 19 मई को होगी
Vijay Shah Resigns: कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान पर भारी विरोध और FIR दर्ज होने के बाद खबर मिल रही है कि मध्य प्रदेश सरकार में जनजातीय कार्य मत्री कुंवर विजय शाह अंडरग्राउंड हो गए हैं। उनके भोपाल से लेकर खंडवा स्थित आवास और ऑफिस पर सन्नाटा पसरा है। इधर शुक्रवार 16 मई को शाह के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी। अब सुनवाई 19 मई सोमवार को होगी। कांग्रेस लगातार शाह के इस्तीफे की मांग कर रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में एमपी कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल राजभवन पहुंचा। यहां राज्यपाल को ज्ञापन देकर उन्हे पद से हटाने की मांग की। कांग्रेस ने काले कपड़े पहनकर धरना प्रदर्शन किया।
बता दें कि मंत्री शाह के इस्तीफे को लेकर अब तक संशय बना हुआ है, मामला दिल्ली तक पहुंच चुका है। वहीं अब तक माना जा रहा था कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद मंत्री विजय शाह इसतीफा दे सकते हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई सोमवार 19 मई को होगी।
बता दें कि विजय शाह के इस्तीफा नहीं देने पर पार्टी आलाकमान पहले ही उनसे नाराज हैं। जेपी नड्डा ने प्रदेश संगठन से जनजातीय कार्य मत्री कुंवर विजय शाह की रिपोर्ट मांगी है। वहीं आज कांग्रेस विधायक दल उमंग सिंघार के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात कर मंत्री के इस्तीफे की मांग कर करेगा।
मंत्री प्रतिमा बागरी और रतलाम के सैलाना से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक कमलेश्वर डोडियार मंत्री विजय शाह के बचाव का बचाव करते नजर आए।
मंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि विजय शाह की मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी। शाह का बचाव करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि, शब्दों का अर्थ वह नहीं था जैसा प्रचारित किया गया। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी है।
वहीं, विधायक डोडियार ने कहा कि मुश्किल से आदिवासी व्यक्ति को मंत्री बनने का मौका मिलता है। विजय शाह एक मंजे हुए राजनेता हैं, जो बात उन्हें विनम्रता पूर्वक कहनी थी वो बात उन्होंने दोनों देशों में मौजूदा हालातों के कारण जोश में कह दी। जिस पर दुनिया ने अपने तरीके से अर्थ निकालने शुरू कर दिए। पार्टी और विचारधारा अपनी जगह पर है, हम शाह का समर्थन करते हैं। उन्हें टारगेट इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वो आदिवासी है। शाह मंझे राजनेता हैं, हम उनका समर्थन करते हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री (जनजातीय कार्य) दुर्गादास उइके ने कहा, शाह ने कई बार माफी मांग ली है। मंशा ठेस पहुंचाने की नहीं थी। अब निर्णय वरिष्ठ नेतृत्व के पास है।
लद्दाख यात्रा के दौरान सैनिकों से शाह की मुलाकात का वीडियो अब रील में वायरल है। ‘शाह फैन्स क्लब’, दिव्यादित्य शाह (मंत्री के पुत्र) और अजय दीक्षित जैसे समर्थक इस अभियान से मंत्री के देशभक्ति और सैनिकों के सम्मान में विश्वास का प्रदर्शन कर रहे हैं।