Salary Hike mp news मध्यप्रदेश में कर्मचारियों के लिए नया साल नई सौगात ला सकता है।
मध्यप्रदेश में कर्मचारियों के लिए नया साल नई सौगात ला सकता है। सब कुछ ठीक रहा तो सरकार जल्द ही कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी करेगी। राज्य सरकार के कई मंत्रियों ने कर्मचारियों से यह वादा किया है। प्रदेश के अंशकालीन, अस्थाई और आउटसोर्स कर्मचारियों कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल ने वेतन में बढ़ोत्तरी करने की मांग के संबंध में इन मंत्रियों से मुलाकात की थी। प्रदेश के पंचायत मंत्री, शिक्षा मंत्री और जनजातीय कार्य मंत्री के पास यह प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। मंत्रियों ने आश्वस्त किया कि कर्मचारियों का वेतन जल्द ही बढ़ा दिया जाएगा। मंत्रियों के इस आश्वासन के बाद मंगलवार देर शाम को कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया। इसके साथ ही प्रदेशभर की ग्राम पंचायतों से भोपाल आए कर्मचारी अपने अपने घर वापस लौट गए।
वेतनवृद्धि और नियमित करने की मांग लेकर मंगलवार को प्रदेशभर से हजारों अंशकालीन, अस्थाई और आउटसोर्स कर्मचारी भोपाल आ गए थे। कर्मचारियों ने पहले शाहजहांनी पार्क में सभा की और फिर इनका प्रतिनिधिमंडल राज्य के विभिन्न मंत्रियों से मिला। कर्मचारी नेताओं ने मंत्रियों से प्रदेश के 23 हजार ग्राम पंचायतों के सफाई कर्मी, पंप चालक, रसोइए, चैकीदार आदि की वेतनवृद्धि की मांग की। प्रदेश के पंचायत मंत्री, शिक्षा मंत्री, जनजातीय कार्य मंत्री व अन्य मंत्रियों के बंगलों पर जाकर अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन दिया। देर शाम मंत्रियों ने जल्द ही वेतनवृद्धि करने का आश्वासन दे दिया। मंत्रियों के आश्वासन के बाद कर्मचारियों का प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया।
ऑल डिपार्टमेंट आउटसोर्स एवं अस्थाई कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने बताया कि मंत्रियों ने कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का स्पष्ट आश्वासन दिया है। उनके भरोसे पर प्रदर्शन फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। मंत्रियों ने जल्द ही वेतनवृद्धि करने की बात कही है, यदि ऐसा नहीं किया गया तो अब बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
बता दें कि प्रदेशभर के सफाई कर्मी, पंप चालक, रसोइए, चैकीदार आदि के भोपाल आ जाने से मंगलवार को ग्राम पंचायतों के कामकाज पर असर पड़ा। गांवों में पेयजल सप्लाई और सफाई व्यवस्था ठप हो गई। इन कर्मचारियों को वेतन के रूप में महज 3 से 5 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जा रहे हैं जिससे परिवार चलाना कठिन है। कर्मचारियों का कहना है कि यह हमारे हक की लड़ाई है। कर्मचारियों और कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि वेतनवृद्धि में आनाकानी की तो फिर प्रदर्शन किया जाएगा।