MP Flood: एमपी में हो रही भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। जिसके कारण कई जगह बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इससे आम लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है।
MP Flood: मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर है। कई जिलों बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राजधानी भोपाल में शनिवार कलियासोत नदी के किनारे से 20 परिवारों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं सूखी सेवनिया में एक 14 साल का लड़का नाले में बह गया। इधर, नर्मदापुरम में तवा डैम के भी 9 गेट खोले जा चुके हैं। शहडोल में भारी बारिश के कारण पुल टूट गया है।
बड़वानी में नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। नर्मदा के बैकवाटर के कारण राजघाट पर पानी 122 मीटर पहुंच गया है। जो कि खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे है।
नरसिंहपुर के गाड़रवारा में भारी बारिश के चलते कच्चा मकान ढह गया था। जिसमें आठ लोग मलबे में दब गए थे और दो लोगों की मौत हो गई थी।
नर्मदापुरम में तवा डैम, बारना और बरगी डैम के पानी छोड़ने के कारण नर्मदा नदी उफान पर है। सेठानी घाट पर नर्मदा नदी अलार्म लेवल के 10 फीट नीचे से बह रही है। लोगों बढ़ते जलस्तर को देखने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
शहडोल के ब्यौहारी में झरप नदी पर बना पुल भारी बारिश के कारण टूट गया। जिसके कारण ब्यौहारी से 50 से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया। पुल टूटा होने पर भी लोग रिस्क लेकर बाइक निकाल रहे हैं।
विदिशा की क्योटन उफान पर है। जिससे उदयपुर-बायौदा रोड पर बने पुल पर पानी आ गया है। पुलिस ने सुबह से ही इस पुल को बंद कर दिया है।
शाजापुर में 4 दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिसके कारण आकोदिया के सलसलाई में पुलिया के तीन फीट ऊपर से पानी बह रहा है। वहीं गुलाना तहसील के तिंगजपुर के नाले पर पुलिया नहीं होने के कारण लबालब पानी भर गया है।