MP News: मध्यप्रदेश में आईएएस अफसर संतोष वर्मा के बयान से बवाल मचा हुआ है। इधर, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने आईएएस के बयान पर आपत्ति जताई है।
MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अजाक्स प्रांतीय अधिवेशन में वरिष्ठ IAS अधिकारी और नवनिर्वाचित प्रांताध्यक्ष संतोष वर्मा के एक बयान से पूरे प्रदेशभर में बवाल मच गया। जिसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसी बीच डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि इस प्रकार की सोच भारतीय संस्कृति और हमारी परंपराओं का भी अपमान करती हैं।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने आईएएस संतोष वर्मा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा कि एक आईएएस अधिकारी द्वारा बहन एवं बेटियों को लेकर की गई टिप्पणी अत्यंत आपत्तिजनक, असंवेदनशील और समाज में अनावश्यक विभाजन पैदा करने वाली है। किसी भी समाज के बहन एवं बेटियों के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी विकृत मानसिकता का परिलक्षण है। एक उच्च पद पर बैठे अधिकारी के ऐसे विचार न केवल सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचाते हैं बल्कि प्रशासनिक गरिमा पर भी प्रश्न उठाते हैं।
आगे शुक्ला ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की स्पष्ट मान्यता है कि किसी भी जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी द्वारा मातृशक्ति के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी करना सामाजिक समरसता और संवैधानिक मर्यादा दोनों के विरुद्ध है। इस प्रकार की सोच भारतीय संस्कृति और हमारी परंपराओं का भी अपमान करती है। सभी वर्गों का सम्मान हमारी परंपरा का मूल है और किसी भी समुदाय विशेष को लक्षित कर की गई टिप्पणी स्वीकार नहीं की जा सकती।
इसी आधार पर सरकार द्वारा उनसे बयान पर स्पष्टीकरण मांगा गया है जो संतुष्टि प्रदायक न होने पर आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।
भोपाल में अजाक्स प्रांतीय अधिवेशन में वरिष्ठ IAS अधिकारी और नवनिर्वाचित प्रांताध्यक्ष संतोष वर्मा ने कहा था कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या उससे संबंध नहीं बनता, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए।