mp weather: उत्तर-दक्षिण ट्रफ एमपी से गुजर रही है..उत्तरी-दक्षिणी हिस्से में दो चक्रवात भी एक्टिव हैं और लोकल सिस्टम भी एक्टिव हैं जिनके कारण तेज बारिश हो सकती है...।
mp weather: मध्यप्रदेश पर मानसून मेहरबान है और प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। शनिवार को भी भोपाल, सीहोर, बड़वानी, नर्मदापुरम, गुना, मऊगंज और डिंडौरी समेत अन्य जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-दक्षिण ट्रफ एमपी से गुजर रही है और उत्तरी-दक्षिणी हिस्से में दो चक्रवात भी एक्टिव हैं। इसके साथ ही लोकल सिस्टम भी एक्टिव हैं जिनके कारण तेज बारिश हो सकती है । शनिवार को मौसम विभाग ने आने वाले 15 घंटों में कुछ जिलों में भारी तो अधिकतर जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने अगले 15 घंटों (रविवार की सुबह 8.30 बजे) तक के लिए जो ताजा बुलेटिन जारी किया है उसमें बड़वानी, अलीराजपुर और धार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ ही भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरोली, सीधी, रीवा, सतना, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्णा जिलों में झंझावात और वज्रपात की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
-- दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 31° उत्तर/74° पूर्व, भटिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा, भुज और 23° उत्तर/68° पूर्व से होकर गुज़र रही है।
-- अगले 2-3 दिनों के दौरान गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं।
-- उत्तरी अंडमान सागर और संलग्न म्यांमार तट पर ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। इसके लगभग उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 22 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग तक पहुँचने की प्रबल संभावना है।
-- 25 सितंबर के आसपास म्यांमार-बांग्लादेश तटों के पास पूर्व-मध्य और संलग्न उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है।
-- एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पूर्व उत्तर प्रदेश और संलग्न बिहार पर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
-- उत्तर-दक्षिण ट्रफ़, उत्तर-पूर्व उत्तरप्रदेश और संलग्न बिहार पर बने ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण से मध्य प्रदेश होते हुए पश्चिम विदर्भ तक माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।