Parents Class: सीबीएसई ने स्कूलों के लिए इसका सर्कुलर जारी किया है। इसके तहत अगले महीने दिसंबर से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बच्चों के साथ ही स्कूलों में पैरेंट्स की क्लास लेने के आदेश जारी किए हैं...
Parents Class in CBSE Schools: स्कूल और अभिभावकों के बीच महंगी फीस, किताबों का बोझ सहित कई गिले-शिकवों को दूर करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) ने पहल की है। बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए बीच का रास्ता निकाला जाएगा। इसके लिए बोर्ड स्कूल व अभिभावक दोनों की कक्षा लेगा। अगले माह से इसकी शुरुआत होगी।
सीबीएसई ने स्कूलों के लिए इसका सर्कुलर जारी किया है। इसके जरिए महंगी किताबें व मनमर्जी फीस जैसी समस्याओं के समाधान की राह निकलेगी और बच्चे तनावमुक्त होकर पढ़ाई करेंगे। पहल का मकसद समग्र विकास के लिए स्कूल व अभिभावकों के बीच संवाद को बेहतर करना है। इसमें अभिभावकों के गिले-शिकवे बातचीत से सुलझा जाएंगे।
अभिभावक और स्कूल एक मंच पर अपनी बात रखेंगे। इसमें सीबीएसई के काउंसलर भी होंगे। अभिभावक संघ के प्रबोध पांडे ने बताया, स्कूलों में मनमर्जी फीस और महंगी किताबों से ज्यादा परेशानी है। अभिभावकों के पास विकल्प नहीं है। इस व्यवस्था से हालात बदलेंगे।
सीबीएसई मुंबई और ठाणे क्षेत्र के स्कूलों के ङ्क्षप्रसिपलों के लिए नवी मुंबई में चार दिसंबर को 'एम्पावरिंग कनेक्शन: ए वर्कशॉप ऑन इफेक्टिव कम्युनिकेशन एंड कोलैबोरेशन इन पेरेंटिंग एंड एजुकेशन' नाम की ऑफलाइन वर्कशॉप आयोजित करेगा। वर्कशॉप स्कूल के लीडर्स के माता-पिता को बच्चों के एकेडमिक, सोशल व इमोशनल ग्रोथ का मार्गदर्शन करने में सहायता के लिए आवश्यक स्किल से लैस करेगी।
-पैरेंटिंग की नई पद्धतियों पर चर्चा और प्रशिक्षण।
-स्कूल और परिवारों के बीच बेहतर संवाद और सहयोग को बढ़ावा।
-बच्चों के शैक्षणिक और भावनात्मक विकास के लिए प्रासंगिक कौशल का विकास।