- सांदीपनी में मर्ज 13 स्कूलों में शिक्षकों के साथ अनदेखी - लोक शिक्षण संचालनालय अधिकारियों ने नहीं बताया कारण - कलेक्टर की मंजूरी को स्कूल शिक्षा विभाग ने किया अमान्य, शिकायत
भोपाल। त्योहार से ठीक पहले राजधानी में शहरी क्षेत्र के स्कूलों के लिए गड़बड़ी का मामला सामने आया। शहर के तीस शिक्षकों की सूची स्कूल शिक्षा विभाग ने अमान्य कर दी। इसे कलेक्टर ने मंजूरी दी थी। अब इन पदों पर नए सिरे से काउंसलिंग कराई जा रही है। इसका पहला चरण पूरा हो गया। मामले में स्कूल शिक्षा विभाग को शिकायत की गई है।
राजधानी के 13 स्कूल कमला नेहरू सांदीपनी स्कूल में मर्ज हुए हैं। ऐसे में इन स्कूलों के शिक्षकों को दूसरी जगह भेजा जा रहा है। इसकी प्रक्रिया 13 अक्टूबर को पूरी हो चुकी है। कलेक्टर ने शिक्षकों के नए स्कूलों को मंजूरी भी दे दी। बाद में विभाग ने इसे निरस्त करते हुए नए सिरे से काउंसलिंग के आदेश जारी किए हैं। इसका पहला चरण 15 अक्टूबर को पूरा हो गया है।
इस मामले में उच्च स्तर पर शिकायत हुई है। चयनित शिक्षकों का आरोप है उन्हें सूची निरस्त करने की कोई सूचना नहीं दी गई। काउंसलिंग का मैसेज मिला। इसमें केवल 16 स्कूलों को शामिल किया गया। इसमें शहरी क्षेत्र के मात्र 5 स्कूल थे। शिक्षक संगठनों ने बताया कि इस मामले में शिक्षा मंत्री को शिकायत होगी। अधिकारी स्तर पर यह गड़बड़ी की जा रही है।
पुरानी सूची में कुछ गलतियां थी। जिसके आधार पर लोक शिक्षण से निरस्त की गई। इसमें पद न होने के बाद भी नियुक्ति दे दी गई थी। दूसरी काउंसलिंग कराई गई है।
नरेन्द्र अहिरवार, जिला शिक्षा अधिकारी