5000 करोड़ रुपए से क्षेत्र के आसपास होंगे विकास कार्य, एमपी के इस शहर मे प्रवेश गेट का प्रस्ताव भी इसी एरिया में...पढ़ें पूरी खबर..
भोपाल के भविष्य का रास्ता अयोध्या बाइपास के आसपास से निकलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आमजन से लेकर कारोबारी तक को महज 25 मिनट में एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए यहां काम तेजी से किया जा रहा है। भोपाल को लॉजिस्टिक हब बनाने, नया व्यवसायिक क्षेत्र-इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित करने समेत भोपाल में प्रवेश के ऐतिहासिक गेट को बनाने का प्रस्ताव भी यहीं पर है।
प्रभात चौराहा रायसेन रोड से लेकर जेके रोड तिराहा, रत्नागिरी से बाइपास और फिर एयरपोर्ट तक शहर के विकास की कहानी इस समय इसके ही इर्द-गिर्द है। यहीं से लोगों को मिसरोद, 11 मिल, मंडीदीप के लिए निकाला जाएगा तो एयरपोर्ट के रास्ते ही इंदौर जाने का रास्ता दिया जाएगा।
रत्नागिरी से आसाराम तिराहा तक 20 किमी लंबे चार लेन अयोध्या बायपास को आठ लेन किया जा रहा है। 6 लेन मुख्य मार्ग होगा, जबकि दो लेन सर्विस रोड रहेगी। इसके तहत रत्नागिरी पर टी जंक्शन होगा। ये आनंद नगर, पिपलानी, प्रभात चौराहा से जुड़ेगा। इससे एयरपोर्ट का रास्ता महज 25 मिनट का रह जाएगा।
एनएचएआइ ने इसके लिए काम शुरू किया है। 1800 करोड़ रुपए का बजट लगेगा। अयोध्या बाइपास में पांच फ्लाइओवर बनेंगे। भोपाल की ये सबसे लंबी कमर्शियल रोड होगी। यूपी एमपी के उद्योग सह्रश्वलाई में राहत भी मिलेगी। साथ ही राजधानी के करीब पांच लाख लोगों को राहत होगी।
भोपाल मास्टर प्लान के ड्राफ्ट में भी यहां पर लॉजिस्टिक हब और इंडस्ट्री डेवलपमेंट विकास के प्रावधान किए हुए हैं। कोकता ट्रांसपोर्ट नगर यहीं है। यहीं पर आरटीओ भी है। ट्रांसपोर्ट से लेकर रोड टैक्स जैसे काम यहीं होते हैं।
भोपाल बाइपास को आठ लेन किया जा रहा है। नेशनल हाइवे इसके लिए काम कर रहा है। बायपास भोपाल के विकास के नए प्रस्ताव तैयार कर रहा है।
-आरके सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी नेशनल हाइवे