क्वांर के महीने में गर्मी और उमस से बेहाल हो रहे लोग। हवा का रूख दक्षिणी होने से तापमान में लगातार बढ़ोतरी
- इसके पहले 2020 में 35 डिग्री दर्ज किया गया था तापमान, विंड पैर्टन सेट नहीं
- दिन में दक्षिण और दक्षिण पश्चिमी तो रात में उत्तरी हवा
- विदाई के पहले मौसम का टर्न, मानसून की विदाई अक्टूबर में ही होने की उम्मीद
पिछले चार सालों में तापमान
1 सितंबर 2023 34.6
30 सितंबर 2022 33.9
23 सितंबर 2021 32.7
6 सितंबर 2020 35.1
भोपाल. मानसून की विदाई के पहले इन दिनों मौसम का संक्रमण काल चल रहा है। इस समय हवा की तासीर बार-बार बदल रही है, इसके कारण मौसम भी कभी ठंडा तो कभी गरम हो रहा है। शनिवार को दिन में लोग धूप के कारण गर्मी और उमस से बेहाल नजर आए। तीखी धूप के कारण शनिवार को अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री पर पहुंच गया, शहर में चार साल बाद सितंबर माह में ऐसी गर्मी और उमस का सामना लोगों को करना पड़ा है। इसके पहले 2020 में अधिकतम तापमान 35 डिग्री पर पहुंचा था। इस समय क्वार का महीना चल रहा है। अक्सर क्वार के महीने में तेज गर्मी और उमस के हालात बनते हैं। इसी तरह की िस्थति इस बार भी नजर आ रही है। शहर में पिछले दो दिनों से धूप के साथ ही गर्मी और उमस लोगों को बेहाल करने लगी है। शनिवार को भी शहर में दिन में धूप रही और लोग गर्मी से परेशान नजर आए। शाम को शहर में हल्की बौछारे भी पड़ी, लेकिन इससे भी उमस से राहत नहीं मिल पाई। दिन में दक्षिणी तो रात में उत्तर पश्चिमी हवा इस समय हवा का रूख बार-बार परिवर्तित हो रहा है। पिछले दो दिनों से दिन में दक्षिणी हवाओं का प्रभाव अधिक रहा इसके कारण दिन में लोगों को गर्मी और उमस का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को भी दिन में हवा दक्षिणी और दक्षिण पश्चिमी रही, इसी प्रकार रात में हवा का रूख उत्तर पूर्वी हो गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिन इसी तरह की िस्थति रहेगी, जब विंड पैटर्न सेट हो जाएगा और हवा का रूख उत्तर पश्चिमी हो जाएगा, तो सर्दी बढ़ोतरी होगी।
अभी उतार चढ़ाव भरा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला का कहना है कि मानसून की विदाई अक्टूबर के पहले सप्ताह में होने की उम्मीद है। वर्तमान परििस्थति में देखा जाए तो मानसून की विदाई जैसी परििस्थतियां बनने लगी है, राजस्थान से अगले दो तीन दिन बाद विदाई का सिलसिला शुरू हो सकता है, लेकिन आने वाले दिनों में बंगाल की खाड़ी में बनने जा रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण बारिश की संभावना भी है, ऐसे में भोपाल से विदाई अक्टूबर में ही होने की उम्मीद दिख रही है। इस समय आर्द्रता अधिक है, हवा का रूख भी बार-बार परिवर्तित हो रहा है, इसलिए तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। इस समय पश्चिमी विक्षोभ भी आना शुरू हो गए हैं, ऐसे में सुबह शाम हल्की ठंडक जैसा अहसास भी होने लगा है। इस लिहाज से देखा जाए तो अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट औरं अधिकतम में बढ़ोतरी का दौर रह सकता है, और गुलाबी सर्दी का दौर दिखाई दे सकता है।