UPSC Result: एक पिता बच्चों की जिंदगी कैसे एक पल में बदलने की ताकत रखता है इसका उदाहरण एक जमाने में नेहरू गांधी और उनकी बेटी इंदू यानी इंदिरा गांधी के बीच होने वाले पत्र संवाद से लगाया जा सकता है, मध्य प्रदेश के गृहसचिव आइएएस पिता और यूपीएससी फेल बेटी के बीच सोशल मीडिया पर संवाद ने ठीक वैसी ही मिसाल पेश की है।
UPSC Result: मध्य प्रदेश के गृह सचिव आइएएस ओमप्रकाश श्रीवास्तव की बेटी श्रुति यूपीएससी में अच्छे नंबर लाने के बाद भी चयनित नहीं हो सकीं। उन्होंने यूपीएससी के सामने खींचे अपने फोटो के साथ फेसबुक पर लिखा-चयन नहीं हुआ फिर भी फोटो शेयर कर रहीं हूं, असफलता नहीं छिपाना चाहती। स्वीकारना चाहतीं हूं इसे मेरा हिस्सा बनाओ। पिता ने हौसला बढ़ाने (Motivational Post) वाली पोस्ट में लिखा-सिविल सेवा सब कुछ नहीं। तुम्हारा व्यक्तित्व विराट होने वाला है। गृह सचिव ओपी के साथ बेटी श्रुति। प्रतीक्षा कर रहे हैं। आखिरी प्रयास में चयन न होने पर श्रुति ने समाज सेवा की ठानी है। वे महिलाएं-बच्चों के लिए काम करना चाहती हैं।
पिता ने लिखा, तुम फेलियर नहीं हो। तुमने ऊंचा लक्ष्य रखा। सबसे प्रतिभाशाली सामान्य वर्ग के 100 युवाओं में स्थान बनाया। अंतिम सफलता हमारे नियंत्रण में नहीं होती। यह भाग्य है। तुहारा ज्ञान, मेहनत चयनितों से कम नहीं है। तुहारा मूल्यांकन इंटरव्यू बोर्ड ने किया है, 64 फीसदी अंक दिए। आइएएस में भी 50 फीसदी पर अंतिम चयन हो जाता है।
आइएएस ओपी ने लिखा, महिला-बच्चों के सशक्तीकरण के लिए समाज में काम करना। यही जज्बा तुम्हें समाज में स्थान दिलाएगा। भारत के कैबिनेट सेके्रटरी (सीएस) को कितने लोग जानते हैं, लेकिन बाबा आम्टे, विनोबा जी जैसे लोग अमर हो जाते हैं।