Bilaspur Railway News: एसईसीआर जोन के बिलासपुर-कटनी खंड में निर्माणाधीन तीसरी लाइन में बंधवाबारा-घुनघुटी स्टेशन के बीच शुक्रवार को 115 की रफ्तार से हाई स्पीड इंजन दौड़ा।
Bilaspur Railway News: एसईसीआर जोन के बिलासपुर-कटनी खंड में निर्माणाधीन तीसरी लाइन में बंधवाबारा-घुनघुटी स्टेशन के बीच शुक्रवार को 115 की रफ्तार से हाई स्पीड इंजन दौड़ा। इस बीच आयुक्त रेलवे सेफ्टी एस मित्रा ने नवनर्मित 12.6 किलोमीटर की लाइन पर इंजन व ट्राली से निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। रेलवे अधिकारियों की मानें तो 10 दिन के अंदर ट्रेन परिचालन के लिए तीसरी लाइन मिलने से ट्रेनों की समयबद्धता में काफी सुधार होगा।
पेंड्रा से कटनी के बीच वर्तमान में दो लाइन हैं। इसकी वजह से यातायात का लोड लाइन में अधिक रहता है। तीसरी लाइन में परिचालन शुरू होने के बाद रेलवे के पास विकल्प के रूप में तीसरी लाइन की सुविधा होगी। अनुमित मिलने के बाद ट्रेनों की रफ्तार तो बढ़ेगी ही साथ ही समयबद्धता को लेकर भी काफी सुधार होने की संभावना का अधिकारी हवाला दे रहे हैं।
Bilaspur Railway News: शुक्रवार सुबह को बंधवाबारा-घुनघुटी रेलवे स्टेशन के बीच निर्माणाधीन 12.6 किलोमीटर विद्युतीकृत नई लाइन का निरीक्षण करने आयुक्त रेलवे सेफ्टी एस मित्रा निरीक्षण दल के साथ पहुंचे। विशेष गाड़ी में सवार बंधवाबारा स्टेशन पहुंचे आयुक्त ने यार्ड का निरीक्षण किया। यार्ड निरीक्षण के बाद आयुक्त ने बंधवाबारा-घुनघुटी नई रेल लाइन का निरीक्षण करने हाई स्पीड इंजन को रेल लाइन पर दौड़ाया।
इस दौरान आयुक्त मित्रा ने विभिन्न संरचनात्मक पहलुओं, इंटरलाकिंग, क्रासिंग, पटरियों की गुणवत्ता, सिग्नलिंग प्रणाली के साथ ही निर्माण दौरान इस्तेमाल तकनीकी पहलुओं का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण के बाद परिचालन एवं संरक्षा से जुडे पहलुओं का गहन अवलोकन करने के बाद उन्होंने डीआरएम प्रवीण पांडेय व सेक्शन अधिकारियों के साथ चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
आयुक्त रेलवे सेफ्टी एस मित्रा ने घुनघुटी स्टेशन से बंधवाबारा स्टेशन तक आब्जर्वेशन कार के साथ स्पीड ट्रायल कर जाना कि यात्री व अन्य ट्रेन परिचालन के लिए सुरक्षित रहेगी या नहीं। आब्जर्वेशन कार से ट्रायल के दौरान यार्ड व लाइन का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद आयुक्त लौट गए।
अनूपपुर से कटनी तक रेलवे 165.52 किलोमीटर तीसरी लाइन का निर्माण कार्य कर रहा है। रेलवे द्वारा विद्युतीकृत तीसरी लाइन का कार्य जल्द पूरा करने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है।