National Startup Day 2025: भारत में उद्यमशीलता के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हो चुकी है। देश अब न केवल तकनीकी और व्यावसायिक नवाचारों का केंद्र बन गया है। आइए जानते है पूरी खबर।
National Startup Day 2025: भारत में उद्यमशीलता के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हो चुकी है। देश अब न केवल तकनीकी और व्यावसायिक नवाचारों का केंद्र बन गया है, बल्कि स्टार्टअप्स की संख्या और उनके द्वारा सृजित रोजगार के आंकड़ों में भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। जनवरी 16, 2025, को 'नेशनल स्टार्टअप डे' के अवसर पर देशभर में स्टार्टअप्स की इस अद्भुत यात्रा का जश्न मनाया जाएगा।
नेशनल स्टार्टअप डे (National Startup Day 2025) का जश्न इस साल इसलिए खास है क्योंकि स्टार्टअप इंडिया पहल को नौ वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस योजना को 16 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य नवोन्मेषण, स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना और युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करना है।
डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) की रिपोर्ट के अनुसार, जून 2024 तक 1,59,000 से अधिक स्टार्टअप्स (National Startup Day 2025) को मान्यता दी जा चुकी है। इनमें से 16.6 लाख से अधिक प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित हुई हैं, जो रोजगार सृजन में भारत के महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाती हैं।
आईटी सर्विस सेक्टर 2.04 लाख नौकरियों के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद हेल्थकेयर एंड लाइफ साइंस सेक्टर ने 1.47 लाख नौकरियां सृजित की हैं। प्रोफेशनल और कमर्शियल सर्विस सेक्टर से जुड़े स्टार्टअप्स ने भी लगभग 94,000 रोजगार के अवसर दिए हैं।
स्टार्टअप इंडिया योजना (National Startup Day 2025) का मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप्स को वित्तीय, तकनीकी और संरचनात्मक सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत स्टार्टअप्स को निम्नलिखित लाभ दिए जाते हैं:
फंडिंग सपोर्ट: सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये का 'फंड ऑफ फंड्स' स्थापित किया है।
टैक्स छूट: तीन साल तक आयकर में 100% छूट।
पेटेंट रजिस्ट्रेशन: पेटेंट, ट्रेडमार्क और डिजाइन के पंजीकरण में छूट।
आर्थिक प्रोत्साहन: नए विचारों को प्रोटोटाइप में बदलने के लिए आर्थिक सहायता।
2021 में शुरू हुई यह योजना शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स (National Startup Day 2025) के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित हुई है।
योग्यता: वे स्टार्टअप्स जिनका टर्नओवर 10 करोड़ रुपये से कम है और जो दो साल से कम समय से काम कर रहे हैं, वे योजना का लाभ उठा सकते हैं।
वित्तीय सहायता: शुरुआती चरण में 50,000 रुपये तक का फंड।
उद्देश्य: प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, प्रोडक्ट ट्रायल और मार्केट एंट्री के लिए सहयोग।
बेंगलुरू, हैदराबाद, मुंबई, और दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े शहरों ने स्टार्टअप कल्चर (National Startup Day 2025) को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही, छोटे शहरों ने भी इस दिशा में तेजी से योगदान दिया है।
पिछले साल आयोजित 'स्टार्टअप महाकुंभ 2024' में 48,000 से अधिक प्रतिभागियों, 1,300 प्रदर्शकों और 14 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। यह भारत के स्टार्टअप परिदृश्य में बढ़ती वैश्विक रुचि को दर्शाता है।
DPIIT के अनुसार, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम (National Startup Day 2025) बन चुका है। अमेरिका और चीन के बाद भारत का यह स्थान वैश्विक मंच पर उसकी ताकत और प्रभाव को रेखांकित करता है।