रेलवे के अलावा दूसरे केंद्रीय कर्मचारियों को भी बोनस मिलेगा। पर उसकी रकम 1200 रुपये तय है।
11.5 लाख से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों पर हजारों रुपये की बारिश होने वाली है। मोदी सरकार जल्द ही इसका ऐलान करेगी। यह बारिश प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) के जरिए होगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद रेल कर्मचारियों के खाते में दिवाली बोनस की रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी। बीते साल सरकार ने 2028.57 करोड़ रुपये 11.72 लाख रेल कर्मचारियों के खाते में ट्रांसफर किए थे। यह रकम नॉन गजटेड कर्मचारियों को दी जाती है।
संयुक्त कर्मचारी परिषद के महामंत्री आरके वर्मा ने बताया कि रेलवे में जो भी कर्मचारी गैर राजपत्रित पोस्ट पर काम कर रहे हैं, उनको दिवाली बोनस के तौर पर करीब 18000 रुपये मिलते हैं। यह बोनस 78 दिन के हिसाब से जोड़कर दिया जाता है। इस बोनस का फायदा ट्रैक मेंटेनर, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर (गार्ड), स्टेशन मास्टर, सुपरवाइजर, टेक्नीशियन, पॉइंट्समैन, मिनिस्ट्रीयल स्टाफ और अन्य ग्रुप-सी कर्मचारियों को मिलता है। सरकार कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने और रेलवे के प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से बोनस देती है।
2025 में भी बोनस की रकम 78 दिनों के बराबर होगी, जिससे हरेक योग्य कर्मचारी को अधिकतम 17,951 रुपये मिलेंगे। बोनस ट्रांसफर त्योहारों से पहले किया जाता रहा है ताकि इसका असर बाजार में खपत बढ़ाने पर भी दिखे। बीते साल सरकार ने कहा था कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय रेल का प्रदर्शन रिकॉर्ड स्तर पर रहा था। उस दौरान रेलवे ने 1,588 मिलियन टन माल ढुलाई की और 6.7 अरब यात्रियों को सेवाएं दीं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, रिकॉर्ड पूंजीगत निवेश और आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को इस उपलब्धि का कारण माना गया था।
बता दें कि 2023 और 2022 में भी रेलवे कर्मचारियों को 78 दिन के बराबर बोनस दिया गया था। 2022 में 1,832 करोड़ रुपये की रकम कर्मचारियों को दी गई थी। सरकार ने कहा था कि PLB की परंपरा दशहरा से पहले हर साल निभाई जाती रही है और यह कर्मचारियों के लिए न केवल आर्थिक मदद है बल्कि उनके परिवारों के लिए त्योहार का उत्साह भी बढ़ाती है। रेलवे कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालयों में भी बोनस का ऐलान जल्द हो सकता है। हालांकि उनके बोनस की सीमा 1,200 रुपये तय है।