किसान प्रतिपाल सिंह के तीन बच्चे लक्ष्मी उम्र 10 साल, शांति उर्फ तनु उम्र 8 साल और लोकेंद्र उम्र 4 साल घर से कुछ ही दूरी पर स्थित खेत के तालाब में डूब गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
जिले के प्रकाश बम्होरी क्षेत्र के हटवा गांव में सोमवार की शाम एक ऐसा दिल दहला देने वाला हादसा हुआ जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। किसान प्रतिपाल सिंह के तीन बच्चे लक्ष्मी उम्र 10 साल, शांति उर्फ तनु उम्र 8 साल और लोकेंद्र उम्र 4 साल घर से कुछ ही दूरी पर स्थित खेत के तालाब में डूब गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
प्रकाश बम्होरी थाना प्रभारी सुमित सुमन ने बताया कि सोमवार की दोपहर बच्चे स्कूल से लौटकर घर आए थे। घर में रखी आम की गुठलियां लेकर शाम 4.30 बजे वे लगभग ढाई सौ मीटर दूर अपने खेत की ओर निकल गए। मासूम मन में नई पौध लगाने की उमंग थी। तीनों ने मिलकर पौधे के रूप में गुठलियां रोपी और खुशी से पड़ोसी किसान जीतेंद्र सिंह के खेत तालाब की ओर दौड़ पड़े। तीनों ने कपड़े उतारे और पानी में उतर गए, लेकिन तालाब की गहराई का अंदाजा किसी को नहीं था। कुछ ही पलों में खेलती हंसी की जगह सन्नाटा पसर गया।
जब देर शाम तक बच्चे घर नहीं लौटे तो घरवालों की बेचैनी बढने लगी। बच्चों के दादा राजाराम सिंह ने बताया परिजन खेत की ओर भागे और तालाब के किनारे कपड़े पड़े देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। तलाश शुरू हुई और रात लगभग 9 बजे तालाब से तीनों के शव निकाले गए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। प्रतिपाल सिंह के चार बच्चों में से तीन की मौत हो गई। अब घर में सिर्फ एक साल का नन्हा बेटा बचा है।
मंगलवार सुबह तीनों शवों को लवकुशनगर अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद उन्हें परिजनों को सौंपा गया। लवकुशनगर में पीएम के लिए सफाईकर्मियों द्वारा परिजनों से 3500 रुपए मांगने की शिकायत भी आई। एसडीओपी लवकुशनगर नवीन दुबे का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया है। मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।