पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का कहना है कि अक्षर पटेल और कुलदीप को नहीं खिलाने और वाशिंगटन सुंदर को अचानक प्लेइंग 11 में जगह देने के गंभीर के फैसले से टीम इंडिया में फूट पड़ेगी।
पुणे टेस्ट में न्यूजीलैंड के हाथों मिली करारी हार के बाद भारतीय कोच गौतम गंभीर की जमकर आलोचना हो रही है। भारत 12 साल बाद घर पर कोई सीरीज हारा है। वहीं लगातार 18 सीरीज जीतने के बाद भारत को हार का सामना करना पड़ा है। इसी बीच पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी का कहना है कि गंभीर के एक फैसले से टीम इंडिया में फूट पड़ सकती है।
मनोज तिवारी ने कहा, 'ठीक है, आप कह सकते हैं कि वाशिंगटन सुंदर का टीम में आना एक अच्छा फैसला था। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कुलदीप यादव विकेट नहीं दिला सकते। उनको बल्लेबाजी ऑप्शन की कमी महसूस हुई और इसलिए वो चाहते थे कि सुंदर लोवर ऑर्डर में योगदान दें। यही कारण है कि टीम ने उन्हें अपने साथ जोड़ने के लिए सब कुछ किया। इससे आने वाले दिनों में टीम में बहुत गड़बड़ होगी, टीम में फूट आएगी।'
तिवारी ने आगे कहा, 'आपके पास पहले से ही अक्षर पटेल के रूप में एक स्पिन बोलिंग ऑलराउंडर है, जिसने पहले स्पिनिंग कंडीशन में विकेट्स लिए हुए हैं। लेकिन आपने उन्हें नजरअंदाज कर दिया और फिर दूसरे टेस्ट में कुलदीप को भी बाहर बैठा दिया। आपने बेंगलुरु में आकाश दीप को नहीं खिलाया, लेकिन दूसरे टेस्ट में उनको प्लेइंग इलेवन में रखा, जहां आपने दूसरी इनिंग्स में उनको गेंदबाजी नहीं दी। फिर आपने अपने अटैक की शुरुआत जसप्रीत बुमराह से नहीं की। ये सारी बातें उल्टी पड़ी।'
न्यूजीलैंड ने पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज जीती है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहली बार 1955-56 में टेस्ट सीरीज खेली गई थी। तब से लेकर अबतक न्यूजीलैंड ने भारत के 12 दौरे किए। लेकिन एक में भी उन्हें जीत हासिल नहीं हुई। आखिर कार 13वें दौरे में कीवी टीम ने सफलता हासिल कर ली है।