Leopard Terror:नरभक्षी तेंदुए के भय से पौड़ी जिले के कई गांवों में कोरोनाकाल के लॉकडाउन जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यहां के 55 स्कूलों में ऑनलाइन पठन-पाठन संचालित हो रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों में भी अवकाश घोषित किया गया है। शाम ढलते ही लोग खुद को घरों में आइसोलेट करने को विवश हो गए हैं।
Leopard Terror: नरभक्षी तेंदुए के आतंक के कारण कोरोनाकाल जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले में तेंदुओं के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल है। बीते दिनों यहां पर तेंदुए ने दिन-दहाड़े एक व्यक्ति को मार डाला था। उसके बाद यहां पर गुस्साई भीड़ ने हंगामा काटा था। साथ ही आदमखोर तेंदुए को मारने की मांग भी उठाई थी। अब तक आदमखोर तेंदुआ मारा नहीं गया है। इससे पूरे इलाके में दहशत व्याप्त है। शिक्षा विभाग ने गुलदार के भय से जिले के 55 स्कूल मंगलवार तक बंद रखने का निर्णय लिया है। हालांकि विभाग ने बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित होने से बचाने के लिए स्कूलों को कक्षाएं ऑनलाइन संचालित करने के निर्देश दिए हैं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय क्वाली के पास गुलदार की सक्रियता बढ़ने से शिक्षा विभाग ने क्षेत्र के 55 स्कूल बंद करने का फैसला लिया। इसके तहत पौड़ी जिले के संकुल बाडा, चरधार, ढांढरी के ग्रामीण क्षेत्रों के सभी स्कूल मंगलवार तक बंद करने के आदेश दिए गए हैं। बीईओ के मुताबिक बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए शिक्षण कार्य ऑनलाइन माध्यम से जारी रखा जाएगा। इधर, तेंदुए के भय से लोग शाम होने से पहले खुद को घरों में कैद कर रहे हैं। बाजारों में दिन ढलने से पहले ही सन्नाटा छा रहा है। लोगों का कहना है कि आदमखोर तेंदुए के कारण उन्हें साल 2020 में कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन जैसे हालातों का सामना करने को विवश होना पड़ रहा है।
आदमखोर तेंदुए के आतंक से पौड़ी में लोग दहशत में हैं। वन विभाग की रिपोर्ट और जंगली जानवरों की सक्रियता को देखते हुए डीएम स्वाति एस.भदौरिया ने जिलेभर के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के समय में अस्थायी परिवर्तन किया है। शनिवार को जिलाधिकारी की ओर से जारी आदेश के अनुसार जिले में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र सुबह सवा नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक ही संचालित किए जा सकेंगे। डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को आदेश का सख्ती से पालन कराने को कहा है।
गढ़वाल वन प्रभाग की पौड़ी रेंज के गजल्ड गांव में गुलदार की दहशत व्याप्त है। शुक्रवार को गुलदार पास के गांव सिरोली में भी ग्रामीणों को दिखाई दिया। गजल्ड में बीते गुरुवार को गुलदार ने एक व्यक्ति को निवाला बना लिया था। गुलदार के यहां सक्रिय होने और हमला करने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग के साथ ही प्रशासन के प्रति रोष जाहिर किया। वन विभाग ने यहां सक्रिय गुलदार को उसी दिन नरभक्षी घोषित कर यहां शूटर भी तैनात कर दिए थे। अब तक नरभक्षी का पता नहीं लग पाया है।